जयपुर। आचार्य श्री विवेकसागर जी महाराज ने आज सोनीजी की नसियां मे स्थित स्वर्णमयी अयोध्या नगरी की रचना व ऋषभदेव भगवान के गर्भ जन्म व तप कल्याणक की रचना को देखा। विश्व विख्यात सोनीजी की नसियां के दर्शन व अद्भुत स्वर्णमयी अयोध्या नगरी की रचना को देखकर आचार्य संघ आनंदित हुआ। नसियां के ट्रस्टी प्रमोद चंद सोनी ने आचार्य संघ को नसियां का पूर्व इतिहास व वंशावली की जानकारी दी। सर्वप्रथम आचार्य श्री ससंघ ने प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभदेव स्वामी की प्राचीन प्रतिमा के दर्शन किये तत्पश्चात स्वर्णमयी ऐरावत हाथी, अश्व रथ व 225 स्वर्ण कमलो की रचना, कैलाश पर्वत की रचना, हस्तिनापुर की रचना व स्वर्णमयी अयोध्या नगरी की रचना जहाँ प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभदेव स्वामी का जन्म हुआ वो रचना देखी। ट्रस्टी प्रमोद चंद सोनी सहित समाज के गणमान्य बंधु सुशील बाकलीवाल मिश्रीलाल गदिया, लोकेश ढिलवारी, कमल गंगवाल, नरेंद्र गोधा ऋषि दोसी, अनिल पाटनी, अंकित पाटनी, विजय पांड्या, ताराचंद सेठी आदि उपस्थित थे।