Sunday, November 24, 2024

पाचन क्रिया को संतुलित रखने के बेहतर उपाय कौन-कौन से हैं?

सबसे पहले प्रातः जल्दी जागने का अभ्यास करें। बिना स्नान के किसी भी तरह का अन्न, बिस्कुट न लेवें।
अगर आप सब उठते ही गर्म पानी या नींबू, शहद का पानी पीते हैं, तो तत्काल बंद करें। सुबह खाली पेट गर्म जल लेने से लिवर, गुर्दा जल जाता है। क्योंकि रात भर हमारे पेट में जो जठराग्नि बनती है। वह सादे पानी से शांत होकर मल को गलाती है।
मंद पाचन शक्ति को आयुर्वेद में मंदाग्नि विकार बताया है। इस रोग में भोजन पेट में पड़ा रहकर सड़ता रहता है और न रस, रक्त, सप्तधातु, अस्थि, मज्ज़ा का निर्माण रुक जाता है।
पाचन और निर्वाचन के समय बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है। निर्वाचन नेता का हो या जीवन साथी का। पूरी तरह देखभाल करके ही करें।

पाचन ठीक रखने के लिए केवल पचने वाली चीज ही खाएं। पेट की बीमारी से बचने का यही बेहतरीन इलाज है अन्यथा खाज हो जायेगी और राज भी नहीं जान पाओगे। फिर खुद से लाज आने लगेगी।
अधिकांश लोगों का पित्त असंतुलित रहता है। जिससे लिवर, उदर और आंतों पर दुष्प्रभाव होने लगता है।
पित्त की गर्मी का संतुलन बनाने के लिए आयुर्वेदिक लिवर टॉनिक उम्दा इलाज है। Keyliv का सेवन कर आप कुछ भी पचा सकते हो और शरीर भी बचा रहेगा।

दूसरा सर्वश्रेष्ठ उपाय है भोजन को खूब चबा चबा कर खाएं। जबकि की मुंह में पूरी तरह पाचक रस न बन जाए और भर पेट खाना न खाएं और खाने के एक घंटे बाद ही पानी पिए।
सुबह उठते ही गर्म पानी ज्यादा पीने से अनेक विकार होने लगते हैं ।
कम खाओ और गम खाओ। कम खाने से पाचन तंत्र और लिवर स्वस्थ् रहेगा। जब भोजन समय पर पचेगा तो वात, पित्त, कफ भी संतुलित रहेगा। बुढ़ापा जल्दी नहीं आएगा।
जो लोग कम खाते हैं उनका हाजमा ठीक रहता है। भोजन को हजम करने वाला व्यक्ति हर क्षेत्र में जम कर काम करता है और सफल होकर ही रहता है। उन्हे जिम भी नहीं जाना पड़ता।
गम खाने से तात्पर्य है की धैर्य रखकर काम करते रहें। सरलता से अल्पाहार लेकर जीवन को जीना चाहिए अन्यथा हर जगह हार का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों के प्रति कोई आभार नहीं जताता।
सप्ताह में एक दिन व्रत, उपवास रखने तथा गहरी श्वास लेने से व्यक्ति सदैव तंदरुस्त रहता है ,
अपने आप को मेंटेन रखने के लिए सही उपाय एक मात्र यही हो सकता है, मन से हर तरह के नेगेटिव विकार बाहर निकालें।
हमारी देह दाता की देन है लेकिन मेंटेन आपको ही करना है। अतः खुश रहने की आदत बनाए,
पाचन क्रिया को सही करने या मेटाबोलिज्म करेक्ट रखने के लिये परिवार के सभी सदस्यों को स्वस्थ् बनाये रखने के लिए हमेशा एक कोई भी आयुर्वेदिक लिवर टॉनिक रोजाना जरूर लेना चाहिये।

आरोग्य वर्धिनी, पुनर्नवा मंडूर, भूमि आंवला बेहतर टॉनिक हैं।

डाॅ. पीयूष त्रिवेदी, एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ

- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article