जयपुर। गुलज़ार वायलिन एकेडमी के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम गुरुवंदन मे पच्चीस उभरते हुए युवा कलाकारों ने वायलिन जेसे मुश्किल साज पर प्रसिद्ध राग व धुनो से सभी का मन मोह लिया। एकेडमी द्वारा गुरूपूर्णिमा उत्सव मे वायलिन वादक गुलज़ार हुसैन के प्रतिभावान शिष्यो मैत्रेयी, माधवेति, मिश्का , गौरवी, राग, लक्ष्यता, पंकज, नीतीश, सुजान, भगीरथ, अभिषेक, सुभान, राहुल, अनवी, स्नेहा, श्रेया, प्रियांश, अरचीत, अगस्त्य, आरुष, ने राग मिया मल्हार , राग देस, यमन, भीमपलासी, व प्रचलित धुने एक प्यार का नगमा है, उठे सब के कदम, वन्दे मातरम् जैसे गीत सुरीले अंदाज मे बजाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि चित्रा बंसल व कमांडेट प्रवीण कुमार सिंह ने कला जगत की हस्तियों जिनमें गायन मैं गुरू सीमा सक्सेना, वरिष्ठ रंगकर्मी, राजेन्द्र शर्मा राजू, वरिष्ठ तबला गुरू वसुधा सक्सेना, नेटथिएट के निदेशक रंगकर्मी अनिल मारवाडी व मनोज स्वामी को राजस्थान गुरूश्री उपाधियों से सम्मानित किया व सभी उभरते युवा कलाकारों को राईसिंग स्टार पुरस्कार से नवाजा।