जयपुर। अधिक मास के अवसर पर मोहनबाड़ी स्थित श्री गोवर्धननाथ जी मंदिर में श्री गोवर्धन नाथ जी प्रभु व मथुराधीष स्वामी प्रभु के मनोरथों के दर्षन व 56 भोग महामहोत्सव का शुभारंभ रविवार से निकली शोभायात्रा से हुआ। इस दौरान आसपास का क्षेत्र ठाकुुरजी के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। श्री वल्लभ पुष्टिमार्गीय मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नारायण दास मैमियां व मंत्री सोहन लाल टुकड़वाले ने बताया कि 1 अगस्त तक चलने वाले इस महोत्सव का शुभारंभ रविवार को सूरजपोल गेट से श्रीगोवर्धन नाथ मंदिर तक लवाजमे के साथ निकली शोभायात्रा से हुआ। शोभायात्रा में पुरुष वर्ग सफेद कुर्ते-पायजामा व महिलाएं केसरियां साड़ी में चल रही थी। इस दौरान श्ऱद्धालु ठाकुर जी को लेकर चल रहे थे। शोभायात्रा मेें शामिल श्रद्धालु श्री गोविन्द हरे मुरारी..जैसे संकीर्तन करते हुए चल रहे थे।जिन-जिन मार्गों से यह शोभायात्रा गुजरी,वे सभी मार्ग भक्ति और आस्था के रंग में डूबे नजर आए। शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई मंदिर प्रांगण पहुंची,जहां चांदी के बंगले की झांकी सजाई गई जो भक्तों के बीच आकर्षण का केन्द्र रही। कार्यक्रम संयोजक नटवर गोपाल मालपानी व कोषाध्यक्ष गोरधनदास भगत ने बताया कि महोत्सव के तहत सोमवार को साम 7बजे से हिंडोला कदम की छाया की मनोरथ झांकी सजाई जाएगी। 19 से 28 जुलाई तक श्रीमद भागवत अष्टोत्तर शत मूलपाठ का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर बड़ोदरा निवासी श्रीगिरिराज शास्त्री व्यास पाठ भक्तों का श्रीमद् भागवत के विभिन्न प्रसंगों का रसपान कराएंगे। उन्होंने बताया कि इस मौके पर वारारसी, मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, गोकुल, सिरोंजी, जयपुर, बड़ौदा, जयपुर व सूरत से आए 121 वि़द्धान श्रीमद भागवत का रसपान कराएंगे। इस दौरान सुबह 6 से 1 बजे तक सस्वर मूलपाठ व कथा रोजाना दोपहर 2 बजे से साम 7 बजे तक होगी। महोत्सव के तहत 30 जुलाई को 56 भोग,31 जुलाई को मोती महल व मोती के महल का मनोरथ की झांकी सजाई जाएगी। समापन 1 अगस्त को कमल तलाई में छतरी का मनोरथ झांकी से होगा।