धर्म, तीर्थ क्षेत्र एवं साधु-संतों के संरक्षण हेतु राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा
मोहन सिंहल/टोंक। सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वाधान में बेलगाम के चिक्कोडी के पास हिरेकोडी में जैन समाज के महान विद्वान तपस्वी गुरुदेव आचार्य श्री कामकुमार नंदी जी महाराज ने चिक्कोडी जिले के हीरेखाही ग्रामीण क्षेत्र में एक गुरुकुल पाश्र्वनाथ जैन आश्रम की स्थापना की थी जिसके माध्यम से वे लगभग 15 सालों से शिक्षा का प्रसार कर ग्रामीणों के विकास एवं उत्थान का महान कार्य कर रहे थे। इस हेतु वह निकट के नंदी पर्वत आश्रम पर निवास भी कर रहे थे। 6-7 जुलाई को कुछ शैतानों ने जबरन आश्रम में घुसकर उनसे मारपीट की। करेंट लगाकर भीषण यातनाएं दी और फिर क्रूरता पूर्वक उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर बर्बरता की सारी सीमाएं लांघ दीं। स्वतंत्र भारत के इस सबसे जघन्य हत्याकांड ने कर्नाटक के गौरवशाली इतिहास पर एक काला धब्बा लगा दिया है। संपूर्ण विश्व का जैन समाज इस अविश्वसनीय बर्बर घटना से बेहद दुखी होकर सदमे में है और आक्रोशित भी है कि कैसे अपने पूज्य साधुओं की सुरक्षा कर सकें? इस हत्या को अंजाम देने वाले 2 गुनाहगारों को पुलिस ने पकड़ लिया है। पूरे देश का जैन समाज आपसे निवेदन करता है कि उन दोनों एवं उनसे जुड़े सभी गुनाहगारों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये। साथ ही जैन साधू संतों की सुरक्षा पर एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह निर्माण हो रहा है। लगातार होने वाली घटना को देखते हुए लगता है कि जैन समाज के साधू-साध्वी सुरक्षित नहीं है। देश-प्रदेश में अनेक जगह पर विराजित सभी जैन साधुओं को सुरक्षा हेतु ठोस कदम उठाये जाये।
इस मौके पर समाज के अध्यक्ष भागचंद फुलेता, मंत्री राजेश सर्राफ, टोंक जिला प्रमुख सरोज नरेश बंसल, पूर्व सभापति लक्ष्मी देवी जैन, बीना जैन छामुनिया, ताराचंद बड़जात्या, रमेश काला,एस एम सिहल, विमल बरवास, मनीष अत्तर, राहुल व सोनू पासरोटिया, धर्मचंद दाखीया, नवीन कुमार अलीगढ़, नरेंद्र छामुनिया ओम ककोड़, मीडिया प्रकोष्ठ मंत्री पवन कंटान, अंकुर पाटनी, पारस खुरेडा, भाजपा युवा नेता विनायक जैन, अनिल सर्राफ, पप्पू मलारना, राजेश अरिहंत, सराओगी समाज के अध्यक्ष रमेश छाबड़ा, चेतन बिलासपुया, अशोक छाबड़ा, अनिल कासलीवाल, देवराज काला सुरेंद्र एडवोकेट, इंद्रमल बाकलीवाल, पदम गोधा, मनोज पाटनी, प्रकाश सेठी आदि लोग उपस्थित रहे।