9 जुलाई को होगी मंगल कलश स्थापना
जयपुर। आचार्य विनीत सागर महामुनिराज का चातुर्मास श्योपुर स्थित श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में होगा। बुधवार को आचार्यश्री का भव्य मंगल प्रवेश समारोह पूर्वक हुआ। चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर के राकेश पाटनी ने बताया कि इस अवसर पर श्योपुर मंदिर के नवयुवक मंडल के तत्वाधान में पिंजरापोल गौशाला से श्योपुर जैन मंदिर तक हाथी-घोड़े और बैंड बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में महिलाएं मंगल कलश हाथ में लेकर चल रही थीं वहीं पुरुष बैंड की मधुर स्वरलहरियों पर झूमते हुए चल रहे थे। कुछ अनुयायी धर्मध्वजा लिए चल रहे थे। शोभायात्रा का अनेक स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। मार्ग में जैन समाज के अनुयायियों ने मुनिराज का पाद प्रक्षालन किया। शोभायात्रा क्षेत्र के प्रमुख मार्गों से होते हुए जैन मंदिर पहुंची जहां आचार्यश्री का मंगल प्रवचन हुआ। चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष बाबूलाल पाटनी ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण से हुआ जिसके तहत साज-बाज से गुरु वंदना की गई। इसके बाद मुनिराज ने श्रावकों को उद्बोधन देते हुए जैन मुनि का गुरुचार्य करने के लाभ बताए। महाराज ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सत्कर्म करना चाहिए। यदि समय की कमी हो तो जो समय सुलभ हो उसे प्रभु के और संतों के संग में व्यतीत करना चाहिए। इस अवसर पर नगर निगम जयपुर ग्रेटर के नेता प्रतिपक्ष राजीव चौधरी सहित जैन समाज के प्रबुद्धजन, सेक्टर 3, 5, 8 और 17, चित्रकूट कॉलोनी और पारसनाथ कॉलोनी सहित पूरे जयपुर के समाज श्रेष्ठी, महिला मंडल एवं समस्त प्रताप नगर की श्रावक-श्राविकाएं भी उपस्थित रहीं।