फागी। कस्बे में श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आर्यिका श्रुतमति माताजी, आर्यिका सुबोध मति माताजी ससंघ के पावन सानिध्य में आज पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में श्री जी का अभिषेक शांतिधारा, अष्टद्वव्यों से पूजा हुई जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने अवगत कराया कि कार्यक्रम में आज वीर शासन जयंती के शुभ अवसर पर आर्यिका श्रुतमति माताजी ने श्रृदालुओं को वीर शासन जयंती के बारे में जानकारी दी कि जैन धर्म धर्म के अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर की आज ही के दिन श्रावण बुदी एकम को 66 दिनों के अंतराल के बाद विपुलाचल पर्वत पर समवशरण के मध्य दिव्य ध्वनि खिरी थी, तथा महावीर स्वामी ने दीक्षा लेने के बाद मोन व्रत अंगीकार किया और 12 वर्ष की तपस्या के बाद ऋजुकुला नदी के तट पर ध्यान पूर्वक केवल ज्ञान प्राप्त किया। आर्यिका श्री ने कहा कि वीरशासन जयंती के दिन ही भगवान महावीर का शासन काल प्रारंभ हुआ था। इस दिन को हम वीर शासन जयंती के रूप में मनाते है। गोधा ने अवगत कराया कि उक्त कार्यक्रम में समाज सेवी सोहनलाल झंडा, केलास कलवाडा, अग्रवाल समाज के अध्यक्ष महावीर झंडा, सरावगी समाज के अध्यक्ष महावीर अजमेरा, फागी पंचायत समिति के पूर्व प्रधान सुकुमार झंडा, हरकचंद पीपलू, महेंद्र बावड़ी, पारस नला, चातुर्मास समिति के अध्यक्ष अनिल कठमाना, उपाध्यक्ष सुरेंद्र बावड़ी, मंत्री कमलेश चोधरी, कोषाध्यक्ष कमलेश मंडावरा, राकेश कठमाणा, विमल कलवाडा, मुकेश गिंदोडी, मितेश लदाना, पारस मोदी, बन्टी पहाड़िया चोरू, मनीष लदाना, विनोद मोदी, राजकुमार मांदी, त्रिलोक पीपलू तथा राजाबाबु गोधा सहित काफी श्रावक श्राविकाएं उपस्थित थे।