पी एन सी परिवार ने ध्वजारोहण के साथ कलश स्थापित किया
गुरु पूर्णिमा उत्सव में भक्तों ने अपनी श्रद्धा समर्पित की
आगरा। जैन दर्शन विश्व का पहला ऐसा दर्शन है जो जगत के जीवों पर करूणा कर वर्षांत में जीवों की उत्पत्ति पर साधु एक स्थान पर ठहर जाते हैं बहुत सारे जीव चातुर्मास में जन्मते हैं सूक्ष्म जीव भी जीवन आनंद से जी सकें इस हेतु जैन साधु एक स्थान ठहर जाते हैं उक्त आश्य के उद्गार चातुर्मास समारोह को संबोधित करते हुए हरि पर्वत पर विशाल धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मुनि पुंगव श्री सुधा सागर जी महाराज ने व्यक्त किए। मध्य प्रदेश महासभा के संयोजक विजय धुर्रा अशोक नगर ने कहा कि आज बहुत ही विशेष अवसर है आज गुरु पूर्णिमा उत्सव हम देश-भर के भक्तों के साथ मनायेंगे इस दौरान अखिल भारतीय महापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन जैन प्रदीप जैन पी एन सी परिवार द्वारा प्रदीप भैया के मंत्रोच्चार के साथ किया गया इस दौरान चातुर्मास कलश की स्थापना प्रदीप जैन चक्रेश जैन योगेश जैन पी एन सी परिवार पी एल वैनाडा हीरा लाल वैनाडा नीरज जैन जिनवाणी मनोज वाकलीवाल तरुण काला मुम्वई सहित अन्य भक्तों द्वारा पूरे भक्ति भाव के साथ कलशो की स्थापना की इस दौरान आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र का अनावरण प्रमोद पहाड़िया एस के जैन सचिन जैन दिल्ली हुकम काका सुमन दगड़ राकेश मढिया राजेश मार्डन कमल रावका विनोद छावड़ा पूनम पहाड़िया प्रदीप लुहाडीया सहित अन्य भक्तों ने श्री फल भेंट किया इस दौरान राजेन्द्र कुमार सतेन्द्र जैन खेड़का ताराचंद नरेश कुमार जयंती अशोक कुमार पाटनी आर के मार्वल विनीत कुमार मुनि के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य प्राप्त किया इसके पहले समारोह की शुरुआत पी एन सी परिवार की बहु रानी के मंगलाचरण प्रस्तुत किया समारोह का संचालन मनोज जैन ने किया।
इस दौरान मुनि श्री ने कहा कि इस कलिकाल में साधुओ को वन में रहने की मनाई है काले कलुऐ वने वासे भावभेष में भी जंगल में चातुर्मास नहीं कर सकते हैं चातुर्मास करने का आदेश भवन और नगरों में दिया है आगम की आज्ञा से चातुर्मास साधु करता है तो जनता को भी लाभ मिलना चाहिए कहते हैं कि आपके आधुनिक यंत्र का उपयोग कर जिनेन्द्र बाबू सागर वालो ने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का प्रत्यक्ष दर्शन कराया और उन्ही के संकेतो से हम आज आगरा में चातुर्मास कलश स्थापना कर रहे हैं।