जयपुर। जनकपुरी ज्योतिनगर जैन मन्दिर में गणिनी आर्यिका विशुद्ध मति माताजी की परम प्रभावक शिष्या आर्यिका विशेष मति माताजी का चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश गुरु पूर्णिमा के शुभ दिवस सोमवार दिनांक 03/07/23 को हुआ। प्रबंध समिति अध्यक्ष पदम जैन बिलाला ने बताया की पूरे जयपुर शहर में इस वर्ष केवल जनकपुरी को ही किसी आर्यिका का चातुर्मास कराने का सोभाग्य मिला है। माताजी प्रातः श्याम नगर मंदिर से मंगल विहार होकर ज्योतिनगर आदिनाथ चैत्यालय पहुँची। जहाँ से गाजे बाजे व लवाज़मे के साथ जुलूस रवाना होकर इमली फाटक, गुडलक बेकरी, शाह भवन होते हुए मन्दिर जी पहुँचा। जहां पन्द्रहवे चातुर्मास के अवसर पर पंद्रह मंगल कलश लिए पंद्रह थाल में पाद प्रक्षालन कर महिलाओं ने स्वागत किया। रास्ते में जयकारों के साथ जगह जगह पाद प्रक्षालन व आरती की गई। जिनालय में धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें गुरु पूर्णिमा के अवसर पर प. चीकू भैया के निर्देशन में साज बाज के साथ संगीतमय गुरु पूजा तथा माताजी के पाद प्रक्षालन शास्त्र भेंट, वस्त्र भेंट आदि का कार्यक्रम हुआ। पाद प्रक्षालन वस्त्र व शास्त्र भेंट का सोभाग्य प्रेमलता नवीन राकेश पांड्या परिवार को मिला। माताजी ने गुरु व गुरु पूर्णिमा का महत्व बताते हुए कहा की जैसे नाव पतवार बिना नदी पानी के बिना अधूरी है वैसे ही जीवन गुरु के बिना अधूरा है। कार्यक्रम में श्याम नगर वरुण पथ त्रिवेणी चित्रकूट पार्श्वनाथ मंदिर मानसरोवर जैन बैंकर्स फोरम धर्म जागृति संस्थान सहित कई स्थानों से गणमान्य की उपस्थिति रही। प्रबंध समिति महिला मण्डल युवा मंच व समाज ने भक्ति भाव के साथ पूजन आदि में भाग लिया ।पदम बिलाला अनुसार माताजी के चातुर्मास के मंगल कलश स्थापना का कार्यक्रम कल मंगलवार वीर शासन जयंती के दिन होगा।