अनिल पाटनी/अजमेर। गुरु पूर्णिमा का दिवस अजमेर जैन समाज के इतिहास मे स्वर्णिम अक्षरों मे अंकित होगा। महातपस्वी परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद व प्रेरणा से भारत की संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन की विचारधारा के साथ अजमेर मे हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र का भव्य शिलान्यास परम पूज्य आचार्य श्री विवेकसागर महाराज ससंघ के सानिध्य मे श्री ज्ञानोदय तीर्थक्षेत्र नारेली के सामने सानंद भक्तिमय सम्पन्न हुआ। प्रातःकाल 9.00 बजे से भारत के विख्यात वास्तुविज्ञ राजेन्द्र जैन इन्दौर के पवित्र मंत्रों के साथ समाज की मातृशक्ति व महिला पुरुष मंडलो ने हथकरघा भूमि की 16 प्रकार की वस्तुओं से शुद्धि की तत्पश्चात मांगलिक सभा मे मंगलाचरण स्वतंत्र जैन चिन्तन महिला प्रकोष्ठ द्धारा किया एवं मुख्य अतिथि धर्मेन्द्र राठौड़ आरटीडीसी चेयरमैन व नीरज जैन उपमहापौर नगर निगम अजमेर व विजय जैन अध्यक्ष शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने आचार्य श्री का चित्र अनावरण व दीप प्रज्ज्वलित किया साथ मे समाज के प्रमोद सोनी, अजय दनगसिया, सुनील ढिलवारी, वीरेंद्र ठकुरिया, प्रदीप पाटनी, प्रकाश पाटनी, सुशील बाकलीवाल आदि उपस्थित रहे।
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर संगीतमय गुरु पूजन का आयोजन किया जिसमे ब्राह्मी महिला मंडल, स्वतंत्र जैन चिन्तन महिला प्रकोष्ठ अजमेर, आदि सृष्टि महिला मंडल व सुनंदा महिला मंडल अजमेर ने राहुल पचगईयां, लोकेश ढिलवारी व साधना जैन की सुमधुर वाणी मे गुरु पूजन सम्पन्न की गई तत्पश्चात पूज्य आचार्यश्री के संघस्थ बाल ब्रह्मचारी शंशाक भैया, आकाश भैया, प्रणव भैया व गौरव भैया जो अजमेर जैन समाज के सुसम्पन्न परिवार के होनहार व बुद्धिजीवी बालक है जिन्होंने आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के चरणों मे एवं उनकी आज्ञा मे जीवन समर्पित कर दिया एवं भारत मे आचार्य श्री की प्रेरणा से स्थापित विभिन्न हथकरघा केंद्रों पर असहाय व गरीब लोगो को प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे है।
धर्म सभा मे आचार्य विवेकसागर महाराज के पाद पक्षालन करने का सौभाग्य हथकरघा भूमि प्रदाता परिवार ब्रह्मचारी राजेन्द्र, अजय, विजय दनगसिया, अजमेर को प्राप्त हुआ एवं शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य प्रमोद चंद- प्रतिभा सोनी परिवार को प्राप्त हुआ। आचार्य विवेकसागर जी महाराज ने हथकरघा केंद्र शिलान्यास के अवसर पर उपस्थित धर्मावलंबियों को सम्बोधित करते हुए कहा की आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज ने हथकरघा व प्रतिभास्थली के माध्यम भारत की संस्कृति को जीवंत रखा है, हथकरघा केंद्र समाज व देश को स्वरोजगार स्वावलंबन संस्कृति स्वास्थ्य एवं सेवा हेतु प्रेरित करता है। अन्त मे विधानाचार्य द्वारा शिलान्यास की मांगलिक क्रिया विधि विधान पूर्वक सम्पन्न करायी और जैन समाज के बंधुओं ने पुण्य शिला स्थापित कर पुण्य संचय किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन भोपाल के विख्यात कवि चन्द्रसेन जैन लोकेश ढिलवारी व दीपक कोठारी द्वारा किया गया। अजमेर दिगम्बर जैन समाज बंधु शिलान्यास समारोह मे उत्साहित व हर्षित थे एवं प्रत्येक की भावना थी की 56 वर्षो पश्चात आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज का मंगल आगमन हो एवं मंगल सानिध्य मे अजमेर हथकरघा केंद्र का शुभारंभ हो।