जयपुर। छोटी काशी के नाम से विख्यात राजधानी जयपुर शहर में इन दिनों चातुर्मास को लेकर दिगंबर जैन संतों की प्रवेश यात्रा चल रही है। 29 वर्षों की कठोर तपस्या के मार्ग पर चलते हुए आचार्य सौरभ सागर महाराज ने रविवार को जयपुर नगरी में मंगल प्रवेश किया था, सोमवार को आचार्य श्री की यात्रा बापू नगर दिगंबर जैन मंदिर पहुंची थी और आज मंगलवार को दुर्गापुरा स्थित चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर पहुंची जहां पर आचार्य श्री की मंगल अगवानी दुर्गापुरा जैन समाज सहित प्रबंध कमेटी के सदस्यों द्वारा पाद प्रक्षालन कर की गई। कार्याध्यक्ष दुर्गालाल जैन ने बताया की आचार्य सौरभ सागर महाराज ने प्रातः 6.15 बजे बापू नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर से विहार यात्रा प्रारंभ करते हुए गांधी नगर, लालकोठी, लक्ष्मी मंदिर सिनेमा चौराहा, गोपालपुरा बाईपास चौराहा, इनकम टैक्स कॉलोनी होते हुए दुर्गापुरा दिगंबर जैन मंदिर में प्रवेश किया। जहां पर प्रबंध कमेटी, महिला मंडल, युवा मंडल सहित वर्षायोग समिति के पदाधिकारियों ने अगवानी की, इस बीच आचार्य श्री ने मूलनायक चंद्रप्रभ भगवान के दर्शन किए और उसके बाद धर्मसभा को संबोधित करते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं को अपने आशीर्वचन दिए।
जयपुर में पहली बार होगा चातुर्मास
चातुर्मास कमेटी के मुख्य समन्वयक गजेंद्र बड़जात्या ने बताया की पुष्पगिरी तीर्थ प्रणेता गणाचार्य पुष्पदंत सागर महाराज के शिष्य आचार्य सौरभ सागर महाराज का राजधानी जयपुर ही नही बल्कि अखंड राजस्थान में पहली बार चातुर्मास होगा, आचार्य श्री ने 29 वर्षो पूर्व दीक्षा ग्रहण की थी, तब से लेकर अबतक आचार्य श्री के चरण राजस्थान में नही पढ़े थे।