भक्ति भाव से मनाया जैन धर्म के बाईसवें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का मोक्ष कल्याणक
जयपुर। जैन धर्म के बाईसवें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव भक्ति भाव से मनाया गया। इस मौके पर शहर के दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष आयोजन किए गए तथा निर्वाणोत्सव मनाया जाकर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ‘कोटखावदा’ के अनुसार प्रातः मंत्रोच्चार से भगवान नेमिनाथ के जलाभिषेक एवं पंचामृत अभिषेक किये गए ।तत्पश्चात विश्व में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए मंत्रोच्चार के साथ शांति धारा की गई। अष्ट द्रव्य से पूजा करते हुए भगवान नेमिनाथ का निर्वाणोत्सव मनाया गया जिसमें निर्वाण काण्ड भाषा के वाचन पश्चात मोक्ष कल्याणक का श्लोक…
“सितषाढ अष्टमी चूरे। चारों अघातिया कूरे।। शिव उज्जर्यंततें पाई।हम पूजें ध्यान लगाई।।” का उच्चारण करते हुए मोक्ष कल्याणक अर्घ्य एवं निर्वाण लाडू चढाया गया।
महाआरती के बाद समापन हुआ। अतिशय क्षेत्र बाडा पदमपुरा में आचार्य चैत्य सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में,अतिशय क्षेत्र छोटा गिरनार बापूगांव में मूलनायक भगवान नेमिनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया जाकर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। मालवीय नगर के श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सेक्टर 3 में महेन्द्र साह आबूजीवाले, लल्लू लाल बैनाडा, प्रेम चंद बैनाडा आदि के नेतृत्व में निर्वाणोत्सव मनाया गया। तारों की कूंट पर सूर्य नगर के श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, आमेर के श्री नेमिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सावलां जी, मंगलम आनन्दा के श्री नेमिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, आगरा रोड पर श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चूलगिरि, सांगानेर के दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर संघीजी सहित अन्य दिगम्बर जैन मंदिरों में विशेष आयोजन किए जाकर निर्वाण लाडू चढाया गया।