श्री मुनिसुव्रतनाथ फाउंडेशन के ट्रैक एंड क्लीन अभियान में मालवीय इंडस्ट्रियल एरिया से झालाना स्थित कालक्या माता बिंदायका मंदिर तक ट्रैक करके स्वास्थ्य लाभ एवं परिसर में प्लास्टिक, कांच की बोतल व अन्य नॉन बायोडिग्रेडेबल कचरे का संग्रहण कर निर्धारित स्थान पर डाल कर स्वच्छता का संदेश भी दिया। अभियान के दौरान नवीन बड़जात्या धीरेंद्र मंगल, रुपेश छाबड़ा, ऋषभ अग्रवाल, डॉ प्रीति, अक्षत, अरुण नमित छाबड़ा एवं अभिषेक सांघी मौजूद रहे। श्री मुनिसुव्रतनाथ फाउंडेशन द्वारा पशुधन आयात एवं निर्यात विधेयक 2023 ड्राफ्ट बिल पर आपत्ति दर्ज कराई। फाउंडेशन के सदस्य अभिषेक सांघी ने बताया कि अहिंसा के मूल सिद्धांत, पर्यावरण एवं प्रकृति के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे पशुधन आयात एवं निर्यात विधेयक 2023 में पशुधन को कमोडिटी के रूप में परिभाषित किया है एवं उनके जीवित अथवा मृतक शरीर अंगोत्पाद आयात एवं निर्यात भारतीय संविधान के अनुच्छेद 48, 48A एवं 51A(g) के विपरीत है। साथ ही विधेयक पारित कराने के लिए संविधानिक प्रक्रिया के विरुद्ध जाकर कार्य किया जा रहा है। महात्मा गांधी ने कहा था, ‘किसी राष्ट्र की महानता और उसकी नैतिक प्रगति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसके जानवरों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है।’ देश में पशु क्रूरता के खिलाफ निष्क्रिय कानूनों को देखकर ऐसा लगता है कि मौजूदा सरकारी व्यवस्था ने उन्हें और देश की अहिंसात्मक मूल भावना को बुरी तरह विफल कर दिया है।