मनुष्य की संगत अच्छी होगी तभी जीवन की रंगत बदल पाएगा: प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज
सुनिल चपलोत/उदयपुर। संगत अच्छी होगी तभी जीवन की रंगत बदलेगी। प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज ने बुधवार को सुखेर मे रोज मार्बल्स मे आयोजित धर्मसभा मे श्रध्दालूओ को सम्बोधित करते हुये कहां कि मनुष्य के जीवन का अभुदय तभी हो सकता है जब शिक्षा ओर संस्कारो के प्राणी मात्र के प्रति सेवा दया कि भावना रखकर जीवन जिने वाला पुरूष मानव भव को सफल को बनाकर अपने जीवन की रंगत बदल सकता है। इस दौरान युवा प्रणेता महेश मुनि व बालयोगी अखिलेश मुनि ने कहा कि व्यक्ति के चारित्र ओर आचरण मे धर्म का समावेश होने पर ही मनुष्य भाग्य का निर्माण कर सकता है। धर्मसभा से पूर्व जैन संतो के एकलिंग जी विहार करके सुखेर मे पधारने पर उद्योगपति मांगीलाल लुणावत, सुरेश गुंदेचा,कांतिलाल जैन, प्रदीप लुणावत, रमेश खोखावत,दिनेश चौरड़िया, ओकारसिंह सिरोया, अनिल पुनमिया, राजेन्द्र खोखावत, लक्ष्मीलाल जैन, नरेन्द्र सेठ, सागरमल महता तथा श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ पंचायती नौहरा उदयपुर के अध्यक्ष सुरेश नागौरी, महामंत्री रोशनलाल जैन आदि पदाधिकारियों और श्रमण विहार सेवक आदि सभी ने सैकड़ों श्रध्दालूओं के साथ जयघोष के गगन भेदी जय जयकार लगाते हुये जैन संतो की अगवानी करते हुये अभिनन्दन किया। प्रवक्ता सुनिल चपलोत ने जानकारी देते हुये बताया कि 16 जुन गुरूवार को प्रवर्तक सुकन मुनि अपने शिष्यों के साथ भुवाणा से विहार करके 10 बजे देवेन्द्र धाम मे आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करेगे 16 जुन शुक्रवार को साईफन चौराहा तथा 17 तारीख को तारा गुरु ग्रंथालय शास्त्री सर्कल पधारेंगे।