जयपुर। श्री दिगम्बर जैन मंदिर यति यशोदानन्दजी चौड़ा रास्ता जयपुर प्रांगण में भावलिंगी संत आचार्य श्री 108 विमर्श सागर महामुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 विश्वाभ सागर, (गृहस्थ नाम- प्रकाशचंद पहाड़िया चौड़ा रास्ता वाले) महाराज की विनयांजलि सभा आयोजित की गई। इस मौके पर मुनिभक्त श्रावकों ने मुनि श्री के समाधिमरण पर अपनी भावभीनी विनयांजलि प्रस्तुत की। ज्ञात रहे की मुनि श्री 108 विश्वाभ सागरजी का समाधिमरण दिनांक 24.5.2023 श्रुत पंचमी के पावनपर्व को ग्राम जतारा जिला टीकमगढ़ (म. प्र.) मे हो गया था। विनयांजलि सभा में गणमान्य श्रावक कमल जैन, सुदीप बगड़ा, दिलिप जैन, भाविका, बीना, सुनीला जैन आदि श्रावकों द्वारा उनके पूर्व के संस्मरणों को याद किया गया एवं उनके प्रति अपनी श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। विनयांजलि सभा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु गण शामिल हुए।