बरा। अखिल भारतीय महिला परिषद, कर्नाटक द्वारा प्रभातिया और बधावा गीत विषयक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। श्री सुपार्श्वनाथ महिला मंडल, बरा संभाग की अध्यक्षता श्रद्धा जैन ने बताया कि यह प्रतियोगिता कर्नाटक प्रांत से आयोजित हुई जिसमें देश भरके सैकड़ों लोगों ने सहभागिता दी। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सुपार्श्वनाथ महिला मंडल, बरा को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि हमारी भारतीय संस्कृति में महिलाएं कामकाज के साथ-साथ लोकगीत, गीत, आरती, स्तुति, प्रभु भक्ति करती हुए कामकाज करती थी। ठीक उसी प्रकार की प्रस्तुति हमारे संगठन द्वारा की गई। फल स्वरूप हमें द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। यह हम सब के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर संजोकर रखना चाहिए। यही हमारे जीवन का सार है। उन्होंने अपनी टीम के सदस्य संगीता जैन, रुचि जैन, मोना जैन, श्रीभाई जैन के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा सब के प्रयास से ही यह स्थान प्राप्त हुआ।
कर्नाटक राष्ट्रीयाध्यक्ष पुष्पा पांड्या ने कहा कि आज की जनरेशन को पता ही नहीं होता की बधावा और प्रभातिया गीत किसे कहते हैं, कब गए जाते हैं। उन्हें नहीं पता कि हमारे घर के बुजुर्गों सुबह उठा करते थे और कार्य करते करते जो गीत गाते थे और खुशियों के मौके पर जो संगीत होता था उन्हें बधावा गीत कहते हैं। चेलना संभागाध्यक्ष साधना गायका ने कहा कि आज बच्चे मोबाईल एवं टीवी की लत से बुजुर्गों के पास बैठने से कतराते हैं यही कारण है कि वह हमारी संस्कृति से विमुख होते जा रहे हैं। हमें चाहिए कि हम अपने बच्चों को अपनी धरोहर अपनी संस्कृति से जोड़ें।