सुनिल चपलोत/राजसमंद। भावो मे शुध्दता व पवित्रता के साथ परमात्मा का नाम स्मरण करने वाला प्राणी ही संसार से मुक्ति पा सकता है। गुरुवार को महावीर भवन जैन स्थानक मे प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज ने धर्मसभा मे श्रध्दालूओ को सम्बोधित करतें हुये कहा कि मानव की आत्मा संसार सागर मे अनंत काल से जीवयोनियो से मुक्ति पाने को भटक रही है। वही आत्मा संसार से तिर पाएगी जो धर्म मे संलग्न होकर परमात्मा की वितराग वाणी को जीवन मे समावेश करके मनुष्य परमार्थ करेगा तभी योनियों के चक्रव्यूह से इस आत्मा को सदा सदा के लिये मुक्त करा पाएगा। धर्मसभा मे युवा प्रणेता महेश मुनि व बालयोगी अखिलेश मुनि ने भजन के माध्यम से जीवन जिने का सदमार्ग बताया । धर्मसभा से पूर्व श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष देवीलाल हिंगड़, महामंत्री रोशनलाल डांगी,डॉ गोवर्धनलाल हिंगड़, कोषाध्यक्ष सागरमल चंडालिया, दलपतसिंह बोलिया, हरकलाल चपलोत, नवरतन डोसी, पूरणमल पीपाड़ा, चंद्र प्रकाश सियाल, अशोक पामेचा, मुकेश पामेचा, रौनक पीपाड़ा, भेरुलाल हिंगड़, अम्बालाल सिंघवी, मांगीलाल देवासी आदि अनेकों श्रावक श्राविकाओ के अलावा उद्योगपति मांगीलाल लुणावत, ओकारसिंह सिरोया, लक्ष्मीलाल वडाला दिलीप लोढ़ा, लक्ष्मीलाल डागलिया नंदलाल डागलिया, बेबी बहन डागलिया आदि सभी ने गुरूभगवंतो की अगवानी करतें हुये जयघोष के नारो के साथ मुनिराजो का अभिनन्दन किया गया। प्रवक्ता सुनिल चपलोत ने बताया कि महावीर भवन जैन स्थानक मे शुक्रवार को प्रातः 9 बजे से 10 बजे तक संतो के प्रवचन रहेगे।