जयपुर। सिडार्ट एवं यूनाइटेड नेशन ग्लोबल कनेक्ट के संयुक्त तत्वावधान में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने वाली विभिन्न संस्थाएं ने स्वास्थ्य क्षेत्र में भ्रष्टाचार पर आयोजित हुई एक कार्यशाला में भाग लिया और उसमें सुधार के लिए सरकारी स्तर , गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से विस्तृत चर्चा की कार्यशाला की अध्यक्षता रत्नेश यूएनजीसी के नेशनल लेवल हेड (ED, UN-GCNI) द्वारा की गई।कार्यक्रम का आयोजन डॉ. प्रमिला संजय के मार्गदर्शन में सिडार्ट टीम द्वारा किया गया एवं यूएनजीसी एन आई के उपनिदेशक डॉक्टर सोमनाथ सिंह एवं सीरत का इसमें सहयोग रहा। कार्यक्रम को प्रारंभ करते हुए डॉ. प्रमिला संजय ने कार्यशाला के विषय के बारे में विस्तृत रूप से बताया एवं सभी प्रतिभागियों का संक्षिप्त परिचय दिया और सभी उपस्थित विषय विशेषज्ञों को सभागार में आने के लिए तथा कार्यशाला में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया और उनका अभिनंदन किया कार्यशाला के विषय के बारे में चर्चा करते हुए डॉक्टर प्रमिला संजय ने कहा कि यह विषय बहुत ही संजीदा है किंतु बहुत ही संवेदनशील भी है और इस विषय पर ज्यादा समय तक चुप रहना भी ठीक नहीं है इसी चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रत्नेश ने इस विषय को लेकर UN-GCNI की कार्ययोजना के बारे में बताया। ग्लोबल हेल्थ इक्विबटर के राष्ट्रीय सलाहकार डॉ संजय पाण्डेय ने अपने सुझाव और विचार दिल्ली से पधारकर इस विषय पर अपने विचार रखे।कार्यशाला में मुख्य अतिथि जस्टिस जी.एस. होरा ने कार्यशाला की सराहना की एवं एवं UN-GCNI, सिडार्ट एवं सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन से डॉ सुभाष गोदारा, एस एम् एस मेडिकल कॉलेज से डॉ नूपुर हूजा, डॉ अर्पिता जिंदल, सेव द चिल्ड्रन से ओम प्रकाश आर्य, नारायणा हरदयाल हॉस्पिटल से डॉ अंशु जैन, पूर्व डीजीपी राजस्थान प्रमोद कुमार तिवाड़ी, आईआईएचएमआर से ममता चौहान, डॉ. वर्षा तनु, एनएचएम से डॉ मुकेश डिंगरवाल, कट्स संस्था से अमृत सिंह, डॉ. नीरू रुंगटा, फोर्टिस हॉस्पिटल से डॉक्टर संदीप जैन, आईएसटीडी मुकेश व्यास, सीईओ जयपुर मैराथन मुकेश मिश्रा, ममता संस्था से प्रवीर गोयल, डॉ शची आदेश आदि प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किया।