जयपुर। श्री दिगंबर जैन मंदिर महासंघ द्वारा श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर प्रताप नगर सेक्टर 8 जयपुर में वात्सल्य रत्नाकर परम पूज्य आचार्य श्री 108 विमल सागर जी मुनिराज से अंतिम दिक्षित पूज्य उपाध्याय श्री 108 ऊर्जयन्त सागर जी मुनिराज के सानिध्य में “निर्माल्य द्रव्य की अवधारणा” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का प्रारम्भ दीप प्रज्वलन प्रमुख समाज श्रेष्ठी रमेश चंद गंगवाल(सुरेखा साडीज) ने किया तत्पश्चात चंदनमल अजमेरा ने मंगलाचरण किया गया। मंदिर महासंघ के अध्यक्ष महेंद्र कुमार जैन पाटनी ने विषय विशेष की भूमिका बताते हुए स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। महामंत्री राजकुमार कोठ्यारी द्वारा मंदिर महासंघ का परिचय दिया गया। उसके उपरांत विषय विशेष पर डॉ. प्रेमचंद रावका, जयपुर व प्रो. (डॉ.) टीकम चंद जैन (दिल्ली) ने विषय की अपने अपने तरीके से निर्माल्य द्रव्य की परिभाषा बताई, जिस का विस्तृत रूप से प्रतिष्ठाचार्य पंडित हंसमुख शास्त्री (धरियावाद) ने निर्माल्य द्रव्य की अवधारणा पर विस्तार से प्रकाश डाला। संगोष्ठी में महावीर जी अतिशय क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष नरेश कुमार सेठी , वर्तमान अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल,मंदिर महासंघ के परम सरंक्षक शिखर चंद गोधा, सरंक्षक विवेक काला, संयुक्त मंत्री सुनील बक्षी, सुभाष जैन जौहरी, हेमंत सोगानी, एडवोकेट, मनीष बैद, विनोद कोटखावदा, निर्मल कासलीवाल, प्रदीप ठोलिया, राकेश छाबडा, पदम बिलाला, महेश चांदवाड, हरकचंद जैन, नेमीचंद बाकलीवाल, पारस जैन, एम. पी. जैन, सुरेश चंद बैद, सुरेश बज, दिगम्बर जैन महासमिति के राष्ट्रीय महामंत्री सुरेन्द्र पाडया सहित अनेकों संस्थाओं के प्रमुख लोगों व महिलाओं ने विषय विशेष को गहराई से समझा। उपाध्याय 108 श्री ऊर्जयन्त सागर जी मुनिराज ने अपने उद्बवोधन में विषय को गहराई से समाज के सामने रखा और सभी लोगों को इसके बारे में समझाया लोगों के मन में जो जिज्ञासा थी उन्हें भी तर्क के आधार पर प्रश्नोत्तर के माध्यम से समझाया और प्रतिष्ठाचार्य पंडित हंसमुख जैन शास्त्री से इस पर विस्तृत रूप से समाधान प्राप्त किया जिसका संगोष्ठी में आए सभी लोगों को निर्माल्य द्रव्य के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। अंत में मंदिर महासंघ के मंत्री विपिन कुमार बज ने सभी का धन्यवाद दिया। संगोष्ठी का संचालन योगेश टोडरका ने किया। संगोष्ठी की व्यवस्था श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर प्रताप नगर जयपुर के अध्यक्ष कमलेश जैन, मंत्री महेंद्र पचालावाले, चेतन निमोडिया, जितेंद्र जैन, अनिल जैन, बाबू लाल ईन्टुन्दा व प्रताप नगर जयपुर जैन समाज समिति द्वारा किया गया।