डॉ. इन्दु जैन राष्ट्र गौरव ने किया गान
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवम लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा नवीन संसद भवन का ऐतिहासिक उद्घाटन किया। नवीन संसद भवन राष्ट्र को समर्पित किया। इन अनुपम पलों में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें जैनधर्म का गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व करते हुए डॉ. इन्दु जैन राष्ट्र गौरव जन-जन के कल्याण के जैन धर्म का मंगलाष्टक गाया। इसी के साथ उन्होंने भगवान महावीर का गुणगान करते हुए महावीर अष्टक का भी मधुर स्वर देते हुए गान किया तब सभी इसे भव्य विहल होकर सुन रहे थे। उन्होंने अंत में कहा कि अहिंसा का प्रसार जन-जनतक हो और भगवान महावीर का संदेश जन-जन तक पहुंचे। जो सचमुच गौरवमई क्षण कहे जा सकते हैं। जैन धर्म सदा अहिंसा शांति का प्रेरक है। आज यह क्षण अमूल्य क्षण है।
जीवन परिचय डॉक्टर इंदु जैन
डॉक्टर इंदु जैन जैनदर्शन के प्राकृत भाषा के प्रसिद्धविद्वान प्रो. फूलचन्द जैनप्रेमी एवं विदुषी डॉ. मुन्नी पुष्पा जैन, वाराणसी की सुपुत्री है। एवम समाजसेवी श्री राकेश जैन की धर्मपत्नी हैं। इनके विषय पर हम नजर डाले तो हम गौरव से भर जाएंगे। इन्हे जैनधर्म-दर्शन-संस्कृति, प्राकृत, संस्कृत-हिन्दी- अपभ्रंश भाषा एवं साहित्य, ब्राह्मीलिपि, शाकाहार तथा भारतीय संस्कृतिक संरक्षण-संवर्धन के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार कर रही हैं। इतना ही नहीं इन्हे अनेक पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है। पूर्व की जानकारी पर यदि हम गौर करें तो डॉक्टर इंदु जैन द्वारा जब नवीन संसद भवन का भूमि पूजन किया गया था तब भी इनके द्वारा सर्व प्राचीन प्राकृत भाषा में जैन धर्म की विशेष प्रार्थना की थी। आज पुनः इन्हीं के द्वारा जिन धर्म की प्रार्थना के स्वर गूंजे। यह क्षण कभी ना भूलाए जाने वाले पल हैं।
अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी