जयपुर। तपोनिधि संत आचार्य 108 श्री शान्तिसागर जी (छाणी) के चतुर्थ पट्टाचार्य 108 श्री सुमतिसागर जी के परम प्रभावक शिष्य सप्तम पट्टाथीश प्रखरवक्ता, चंद्र चुडामणि,राष्टृसंत आचार्य 108श्री विवेकसागर जी महाराज ससंघ द्वय मुनि 108श्री वैराग्यसागर जी,108 श्री अर्चितसागर जी एवं ऐलक श्री विप्रमाण सागर जी निकटवर्ती ग्राम पांचवां से विहार करके पुरानी नाशिया जी से गाजे बाजे व जूलस से कुचामन के जिनालयों के दर्शन करते हुए नागोरी मन्दिर में प्रवेश हुआ जूलूस में लालचंद पहाड़िया सोभागमल गंगवाल सुभाष रावका सन्तोष कुमार सुभाष चन्द पहाड़िया सुरेश गंगवाल के साथ युवा समलित हुए। रास्ते में सभी श्रावकों द्वारा पाद प्राछालन किया गया।
प्रवेश के पश्चात् मुनि श्री का चिन्मय संत निवास में आचार्य श्री का सारगर्भित प्रवचन हुआ साथ ही सीकर व पांचवां कुकनवाली जैन समाज के श्रावक श्राविकाओं द्वारा दीप प्रज्वलित पाद प्रक्षालन व शास्त्र भेट किया गया नागोरी मन्दिर समिति के अध्यक्ष सुमेर मल बज, अजित पहाड़िया, विमल, विनोद, नरेश, झांझरी, सुरेश कुमार, केलाश पांड्या, प्रदीप कुमार देवेन्द्र कुमार पहाड़िया द्वारा सभी का तिलक माला दुपट्टा पहनाकर स्वागत सम्मान किया गया।