योग ऋषि स्वामी के सानिध्य में योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर आदित्य विहार में
भीलवाड़ा पहुंचने पर स्वामी रामदेव का हमीरगढ़ हवाई पट्टी पर किया भव्य स्वागत
निजी होटल में स्वामी रामदेव पत्रकारों से हुए रूबरू
भीलवाड़ा। 20 लाख से अधिक किलोमीटर की यात्रा करके दुनिया के 200 देशों व करोड़ों लोगों तक योग को पहुंचाने वाले राष्ट्र जागरण के पुरोधा, जागरण के देवता योग ऋषि परम पूज्य स्वामी रामदेव शुक्रवार शाम चार्टर प्लेन से भीलवाड़ा पहुंचे। भीलवाड़ा आगमन पर हमीरगढ़ हवाई पट्टी पर आयोजन समितियों सहित कई प्रबुद्धजनों की ओर से उनका भव्य स्वागत अभिनंदन किया गया। भीलवाड़ा पहुंचने के बाद स्वामी रामदेव ने मंगरोप रोड स्थित एक निजी होटल में पत्रकारों को संबोधित किया। पत्रकारों से आह्वान किया कि अपनी लेखनी के माध्यम से इस शिविर को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें। मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए योग ऋषि स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि उन्होंने 50 वर्षों में योग को जिया है। 35 वर्षों से सार्वजनिक रूप से योग सिखा रहे हैं। हर घर तक योग को पहुंचाया है। कुछ लोग कभी-कभी, तो कुछ सप्ताह में एक बार और कुछ रोज योग कर रहे हैं। कोरोना में योग करने वाले लोगों की संख्या काफी बढ़ी है। 177 देशों ने योग को स्वीकारा है और इसे हितकारी बताया है। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा पाकर 177 देशों ने योग का समर्थन किया है। योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि उनके द्वारा योग शब्द बोलते ही लाखों किलोमीटर की यात्रा का दृश्य उन्हें नजर आता है। जो कार्य डब्ल्यूएचओ व मेडिकल नहीं कर पाए वह योग से हो गया। बीपी व शुगर का पूरा निदान योग में है। थायराइड अर्थराइटिस भी इससे दूर हो रहे हैं। हार्ट ब्लॉकेज, 80% फेफड़े खराब हो गए उन्हें भी योग से सही किया जा रहा है। फेल किडनियो को योग व आयुर्वेद से सही किया जा रहा है ।लाखों लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट से बचाया जा रहा है। बाईपास एंजोप्लास्टि व पेसमेकर से बचाया जा रहा है । 1 से 2 माह में योग के माध्यम से ट्रांसप्लांट से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि योग सबके लिए है। हमारा प्रयास रहेगा कि हम 3 दिनों में योग से लोगों को हर रोग से निजात दिलाये। योग से सकारात्मक सोच विकसित होती है। योग के साथ हमने आयुर्वेद व स्वदेशी को भी ऊंचाई पर पहुंचाया है। स्वामी रामदेव ने कहा कि वह अनपढ़ मां-बाप के घर पैदा हुए और हरिद्वार से संकल्प के साथ यात्रा करते हुए यहां तक पहुंचे। उन्होंने बच्चों में योग करने की आदत डालने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों की नकारात्मकता दूर होगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि 3 दिनों में भीलवाड़ा योगमय होगा। भारत माता की संतान होने का गौरव सभी के भीतर रहे। वह 18 घंटे योग करते हैं। सभी को अनिवार्य रूप से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। स्वामी रामदेव आदित्य विहार, हनुमान टेकरी के पीछे, तेरापंथ नगर के पास भीलवाड़ा में 27 से 29 मई तक प्रतिदिन प्रातः 5:00 से 7:30 बजे तक भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति, युवा भारत, महिला पतंजलि योग समिति, पतंजलि किसान सेवा समिति के संयोजन एवं भारत विकास परिषद, हार्टफुलनेस, जीतो, जनहित योग एवं स्वास्थ्य प्रचार समिति के आयोजन में त्रिदिवसीय योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर का अभ्यास कराएंगे उनके द्वारा बताया जाएगा कि योग से जीवन किस तरह रूपांतरित हो जाता है। शारीरिक एवं मानसिक रोगों का जड़ मूल से निवारण हो जाता है। ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय रोग, गैस, कब्ज, मोटापा, सिर दर्द, जोड़ों का दर्द, कमर दर्द, इत्यादि से पीड़ित रोगियों के लिए योग अति लाभकारी है। इस योग विद्या की निशुल्क दीक्षा प्राप्त करने के लिए आमजन सपरिवार भाग ले सकते हैं।
योग शिविर स्थल पर 3 दिन तक चलेगा 11 कुंडीय यज्ञ
योग शिविर स्थल पर तीनों दिन योग के दौरान 11 कुंडीय यज्ञ भी होगा। यज्ञ में बैठने वाले महानुभावों को स्नान करके आना होगा।
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से मिलेगा उपचार
योग के साथ-साथ शिविर स्थल पर तीनों दिन पतंजलि वैलनेस के अनुभवी वैद्यों द्वारा भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से निशुल्क परामर्श एवं उपचार प्रातः 9:00 से शाम 5:00 बजे तक प्रदान किया जाएगा। प्राकृतिक चिकित्सा के साथ-साथ घरेलू उपचार के नुस्खे भी बताए जाएंगे। इसके लिए पुरानी जांच रिपोर्ट साथ लानी होगी।
पहले दिन होगा विद्यार्थी संस्कार एवं चरित्र निर्माण शिविर
शिविर के पहले दिन 27 मई को सांय 6:00 से रात्रि 8:00 बजे तक विद्यार्थी संस्कार एवं चरित्र निर्माण शिविर का आयोजन भी होगा। इसमें ऐसे सभी माता-पिता जो अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य, निरोगी एवं संस्कारवान बनाने उनकी स्मृति व एकाग्रता बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं उन सभी बच्चों को परम पूज्य स्वामी रामदेव महाराज के द्वारा योगासन, प्राणायाम, खानपान पर विशेष मार्गदर्शन दिया जाएगा।
वाहनों के लिए रहेगी विशेष पार्किंग व्यवस्था
शिविर के दौरान वाहनों की अत्यधिक आवाजाही रहेगी। ऐसे में जहां तक संभव हो दो पहिया वाहन पर ही आने का प्रयास करें जिससे पार्किंग एवं अन्य व्यवस्थाओं को आसानी से सुचारू किया जा सकेगा। पार्किंग स्थल जमुना विहार काइन हाउस की तरफ से आने वाले शिविरार्थियों के लिए टेकरी के हनुमान जी के पहले गेट से अंदर दोनों तरफ पार्किंग रहेगी। रेलवे लाइन की तरफ से आने वाले शिविरार्थियों के लिए महाश्रमण सभागार से पहले वाले के अंदर बायीं तरफ पर पार्किंग रहेगी। वीवीआईपी, एवं वीआईपी शिविरार्थियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था महाश्रमण सभागार के गेट के अंदर शिविर स्थल के नजदीक की गई है।
शिविर स्थल पर रहेगी विशेष बैठक व्यवस्था
शिविर स्थल पर वीवीआईपी, वीआईपी, एनजीओ, पंजीकृत सदस्यों के लिए विशेष बैठक व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सामान्य लोगों के लिए भी बैठने की अच्छी व्यवस्था की गई है। शिविर में एक लाख से अधिक लोग भाग ले सकें ऐसी पूरी व्यवस्था वहां कर दी गई है। शिविर स्थल पर 8 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी ताकि शिविर में भाग लेने वाले बड़ी संख्या में लोग आसानी से योगाभ्यास कर सीख सकते है।