समाजिक व्यावस्थाओ में सम्मेलन से सुधार होगा: विजय धुर्रा
अशोक नगर। विश्व ने अहिंसा धर्म की शक्ति को देखा है और यही जैन समाज की प्रमुखता और विशेषता भारत की प्रमुख शक्ति है इस पूंजी को महत्व पूर्ण माना गया है भगवान महावीर के दिखये पथ का विश्व दर्शन, मूल्य सिंध्दातो का जीवन विश्व के निवासियों को दिया है जो आलौकिक है जैन समाज के सिध्दांत अहिंसा के पथ पर चलते चलते अहिंसा को ही सबसे बड़ा धर्म माना है अहिंसा को धार्मिक प्रगति के साथ जोड़ कर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है साथ ही सभी प्राणियों के प्रति अहिंसा के मार्ग को प्रशस्त कियाअहिंसा के मूल्य और सिद्धांत सीमित न होकर पृथ्वी के हर इंसान को छूने की क्षमता होती है उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों पर जाये तो जीवन मूल्यों एवं सिद्धांतों की राह पर चलना अच्छा संकेत है उक्त आश्य के उद्गार केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जैन समाज के मध्य कही। मुंगावली जैन मन्दिर में विराजमान संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य निर्यापक श्रमण मुनि श्री अभयसागरजी महाराज मुनिश्री प्रभात सागर जी महाराज मुनिश्री निरिह सागर जी महाराज ससंघ के संत निवास पहुंच कर दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया । इस दौरान जैन समाज के अध्यक्ष चन्द्र कुमार मोदी नगर पालिका उपाध्यक्ष श्रीमती स्वाति मनीष कुमार मोदी जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विजय लक्ष्मी जैन समाज के वरिष्ठ श्री अरविंद कुमार सिघई राजीव भगत देवेन्द्र सिघई काली मोदी सहित वरिष्ठ जनो ने श्री सिंधिया का अभिनन्दन किया।
मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने बताया कि सामाजिक समरसता और समाज की एकजुटता के लिए अशोक नगर में पहली बार क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित मध्यप्रदेश सरकार व विधायक जजपाल सिंह जज्जी भइया नपा अध्यक्ष नीरज मनोरिया जिला पंचायत अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह सहित सभी राजनेताओं की उपस्थिति के साथ अंचल की समाज से सभी लोगों का जुटना बड़ी बात है समाज के अध्यक्ष राकेश कासंल महामंत्री राकेश अमरोद ने सम्मेलन की सफलता पर सभी के प्रति हार्दिक आभार जताते हुए कहा कि इसी तरह भविष्य में भी सभी के सहयोग से हम ऐसे आयोजन करते रहेंगे ।
जैन समाज में गुरुओ के मार्ग दर्शन से होते हैं कार्य
इसके पहले सिंधिया ने कहा कि राजनीति में सिद्धांत और मूल्य अति महत्वपूर्ण होते हैं एक-एक व्यक्ति बालक बालिकाएं समाज के मूल्य सिंध्दातो को आत्मा में उतारकर जीवन शैली में अपनाएं जैन समाज में गुरुओं कि काफी महत्वत्ता है उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे जैन जगत के सुविख्यात संत परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शन का सौभाग्य समय समय पर मिलता रहा है मुनि श्री अभयसागरजी महाराज मुनिश्री प्रभात सागर जी महाराज सहित अन्य संतों के दर्शन और आशीर्वाद हमें निरंतर प्राप्त होता रहा है आज मुनि श्री के दर्शन के पहले मैं अशोक नगर में जैन समाज के सम्मेलन में था पहले भी मुनि श्री के अशोक नगर शिवपुरी में दर्शन मिलें थे।
जैन सिद्धांतो का प्रभाव सिंधिया परिवार पर रहा है
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने अहिंसा सत्य अस्तेय अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य ये जो सिंध्दात दिए हैं वे सारे विश्व के लिए अनुकरणीय है इनसे अपने जीवन को सफल बनाया जा सकता है पूजा पाठ के साथ हमें इन सिद्धान्तों पर आने वाली पीढ़ी को ले जाने की आवश्यकता है।