रामगंजमंडी। बुधवार की अनुपम बेला में श्रुतपंचमी महामहोत्सव मनाया गया इस अवसर पर शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर परिसर में श्रीजी का स्वर्ण कलशों के साथ 108 मंत्रो से युक्त अभिषेक एवं शांतिधारा की गई। जिसमे प्रथम कलश करने का पुण्य लाभ ब्रह्मचारिणी रीना दीदी गणेशलाल मोहित शोभित रोहित ढाबला वाले परिवार को प्राप्त हुआ। वहीं प्रथम शांतिधारा का पुण्य लाभ श्रीमान सुरेश कुमार सिद्धार्थ कुमार बाबरिया परिवार एवम द्वितीय शांतिधारा का लाभ प्रद्युमन कुमार अमन अभिकरण अमय अमोय सुरलाया परिवार को प्राप्त हुआ। इन अनुपम क्षणों में संगीतमय जिनवाणी पूजन की गई। इसके उपरांत श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के तत्त्वाधान में आयोजित शिक्षण शिविर का समापन हुआ, जिसमे सैकड़ों की संख्या में समाजजनों ने बीते कुछ दिनों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और मंगलवार को हुई परीक्षा में भी भाग लिया। जिसका परिणाम बुधवार को पूजन के उपरांत जारी किया गया और पुरस्कार वितरण समारोह हुआ जिसमे अलग अलग वर्गों की परीक्षा में प्रथम, द्वितीय, तृतीय आने वालों के साथ सभी को पुरस्कृत किया गया।
यह रहे प्रथम, द्वितीय, तृतीय –
कनिष्ठ वर्ग में बाल बोध भाग 1 में आर्वी सबद्रा प्रथम, अनुभव शाह द्वितीय, काव्या जैन तृतीय रहे । बाल बोध भाग 2 में सुहानी जैन प्रथम, सारांश जैन द्वितीय और प्रांजल जैन तृतीय स्थान पर रहे।
छहढाला– इष्टोपदेश में नियति जैन प्रथम, हर्षिता जैन द्वितीय और गविक जैन तृतीय स्थान पर रहे । वरिष्ठ वर्ग में पूजन प्रशिक्षण में पुरुषों में सिद्धार्थ बाबरिया प्रथम, देवांश जैन ढाबला द्वितीय, नीरज जैन तृतीय स्थान पर रहें वहीं महिलाओं में विवेका दुगेरिया प्रथम, रेखा शाह और मनीषा बाकलीवाल संयुक्त रूप से द्वितीय और रेखा बाबरिया तृतीय स्थान पर रही।
वरिष्ठ वर्ग में भक्तामर महिमा में पुरुष वर्ग में सिद्धार्थ बाबरिया और प्रदीप लुहाड़िया संयुक्त रूप से प्रथम, प्रदीप शाह एवं शोभित जैन ढाबला संयुक्त रूप से द्वितीय और भूपेंद्र जैन तृतीय स्थान पर रहे। वहीं महिला वर्ग में भावना अग्रवाल प्रथम, शिखा जैन ढाबला द्वितीय और पूजा बाबरिया, पूनम सोनी, अंतिमा जैन संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रही।
इसी के साथ अबकी बार शिविर के विशेष आकर्षण रहें “आर्ट एंड क्राफ्ट” कक्षा जो विशेषतः छोटे छोटे बच्चो के लिए थी जिन्हें समाज की आस्था जैन, प्राची जैन ने बखूबी संभाला और नन्हे मुन्ने बच्चो को शिविर में धर्म के साथ साथ विभिन्न कलाओं का भी ज्ञान कराया गया।
इसी कड़ी में बाहर से पधारे हेमंत जैन “आचार्य”, ऋषभ जैन “आचार्य”, सिद्धार्थ जैन “शास्त्री” का अभिनंदन समाज द्वारा किया गया एवम इस शिविर के निर्देशक और प्रणेता स्थानीय विद्वान प्रशांत जैन “आचार्य” का समाज ने इस संस्कारों से ओत प्रोत इस शिविर का सफलतम संचालन हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया और प्रशस्ति पत्र भेंट करके सम्मानित किया। वहीं स्थानीय विद्वान ब्रह्मचारिणी रीना दीदी एवं आकाश जैन “आचार्य” का सहयोग भी समाज के लिए प्रशंसनीय रहा। मुख्य दीप प्रज्वलन कर्ता श्रीमान सुनील कुमार सुरलाया एवम मुख्य कलश स्थापनकर्ता भगवान स्वरूप पदम कुमार खानपुर वाले का स्वागत किया गया। श्रुत पंचमी महापर्व पर जिनवाणी के संरक्षण के कई लोग आगे आए। और देशभर में जिनवाणी का प्रचार प्रसार करने हेतु दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान, सांगानेर हेतु अनेकों व्यक्तियों ने अर्थ सहयोग प्रदान किया। शिविर के समापन समारोह के अंतर्गत “शास्त्र सजाओ प्रतियोगिता” का भी आयोजन हुआ था। जिसमे जिनमंदिर में जिनवाणी जो जीर्णशीर्ण अवस्था में थी उन्हे सुंदरतम रूप प्रदान करना था और संरक्षित करना था। सर्वाधिक सुंदर एवं व्यवस्थित ग्रंथ सजाने हेतू छुट्टियों में मुंबई से पधारी रामगंज मंडी की ही बेटी श्रीमती प्राची जैन को प्रथम पुरस्कार दिया गया। वहीं शिप्रा विनायका द्वितीय एवं अंजू बाबरिया तृतीय स्थान पर रही। 14 मई से चल रहे इस शिविर में श्रीमान मनोज शर्मा मनुश्री केटर्स की टीम के श्रीमान अंशुल शर्मा एवम प्रांशु शर्मा ने अल्पाहार व्यवस्था को कुशलता पूर्वक संभाला।
अभिषेक जैन लुहाड़िया, रामगंजमंडी की रिपोर्ट