राज पाटनी/लाडनूं। श्री दिगंबर जैन बड़ा मंदिर जी में जैन समाज ने श्रुत पंचमी का महापर्व मनाया। इस अवसर पर जैन धर्म व दर्शन के विद्वान डॉ. सुरेन्द्र जैन ने अवगत कराया कि श्रुत पंचमी का दिन ज्ञान की आराधना का महापर्व है, उन्होंने बताया कि इस अवसर पर श्रावकों ने मंदिर में विराजित विख्यात, प्राचीन व कलात्मक मां सरस्वती की प्रतिमा की वंदना की तथा जिनेंद्र भगवान की प्रतिमाओं की शांतिधारा व अभिषेक किये व मंदिर में रखें प्राकृत, संस्कृत व अन्य भाषाओं के प्राचीन व हस्तलिखित तथा नवीन ग्रंथों की विनय पूर्वक व भक्ति भाव से विधि विधान पूर्वक पूजा की गई। उन्होंने कहा कि इस दिन जैन आचार्य धरसेन के शिष्य आचार्य पुष्पदंत एवं आचार्य भूतबली ने षट्खंडागम शास्त्र की रचना की थी उसके बाद ही भारतवर्ष में श्रुतपंचमी को पर्व के रूप में मनाया जाता है। कार्यक्रम में समाज के बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चों की उपस्थिति रही।