24 मई तक निर्धारित विषय पर प्रतिभागी भेज सकते हैं निबंध
ललितपुर। आगामी 24 मई को शास्त्र संरक्षण व ज्ञान आराधना का महापर्व श्रुत पंचमी है, इसके उपलक्ष्य में श्रमण रत्न सुप्रभसागर जी महाराज व नगर गौरव श्रमण रत्न प्रणतसागर जी महाराज की प्रेरणा से राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। निबंध प्रतियोगिता के निर्देशक व संयोजक डॉ सुनील संचय ललितपुर ने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए निबंध के विषय तीन ग्रुपों में बांटे गए हैं। पूर्वाचार्य समूह ( 45 से 65 वर्ष आयु ) के लिए निबंध के विषय हैं श्रुत पंचमी महापर्व: हमारा कर्तव्य एवं दायित्व, बिगड़ती संस्कृति-बिखरते परिवार के कारण व बचाव, मोबाइल वरदान या अभिशाप, श्रुतधर आचार्यों की परंपरा एक दृष्टि, स्वाध्याय प्रभावक श्रमणाचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज व्यक्तित्व- कृतित्व। श्रमणाचार्य विशुद्ध सागर समूह (30 से 44 वर्ष आयु वर्ग) के विषय हैं-हमारी संस्कृति और संस्कार -संरक्षण के उपाय, प्राकृत भाषा संरक्षण और संवर्द्धन के उपाय, महान पर्व श्रुत पंचमी एवं शास्त्र संरक्षण के उपाय,सोशल मीडिया का सदुपयोग कैसे करे, वर्तमान के संदर्भ में हमारे कुलाचारों की उपादेयता। विशुद्ध रत्न सुप्रभसागर समूह (19 से 29 वर्ष आयु वर्ग) के लिए बिषय हैं-इंटरनेट की उपयोगिता, संस्कारों का महत्व,आचार्य भूतभली एवं आचार्य पुष्पदंत का अवदान, श्रमण सुप्रभ सागर जी एवं उपनयन संस्कार,वर्तमान संदर्भ में श्रुत पंचमी और हमारे कर्तव्य। प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 11000/- ग्यारह हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार :- 7100/-,तृतीय पुरस्कार 5100/-, सांत्वना पुरस्कार दस दिए जाएंगे जिसमें प्रत्येक को 1100/- राशि प्रमाण पत्र के साथ प्रदान किए जायंगे। सभी प्रतिभागियों को ई प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। निबंध श्रुत पंचमी 24 मई 2023 तक 9793821108,7020973672 व्हाट्सएप नंबर पर अथवा suneelsanchay@gmail.com, samyak.samadhana@gmail.com ईमेल पर भेज सकते हैं। परिणाम 28 मई को मुनि श्री सुप्रभ सागर जी ससंघ के सान्निध्य में घोषित किए जाएंगे। निबंध लेखन अधिकतम 800 शब्दों में हों। निबंध मौलिक होना चाहिए। दिए गए विषय में से किसी एक विषय पर निबंध लिखना है।