सुगंधित जल से भगवान की महा शांतिधारा की और 31 किलो का निर्वाण लड्डू चढ़ाया
साखना/टोंक। श्री 1008 श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र साखना में ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी गुरुवार को भगवान शांतिनाथ का त्रय कल्याणक महोत्सव मनाया गया। अतिशय क्षेत्र के अध्यक्ष प्रकाश सोनी एवं मंत्री प्यार चंद जैन ने बताया कि जैन धर्म के 16वें तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ के त्रय कल्याणक महोत्सव के तहत जन्म, तप एवं मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया गया। जिसके तहत प्रातःभगवान शांतिनाथ के जन्माभिषेक के अवसर पर 167 पुण्यार्जक परिवारों द्वारा 108 रिद्धि मंत्रों के उच्चारण के साथ नारियल पानी से जन्माभिषेक किया गया इसके पश्चात सुगंधित केसर युक्त जल से भगवान की महाशांतिधारा की गई। तत्पश्चात नित्य नियम पूजा नवग्रह पूजा शांतिनाथ भगवान की पूजा शीतलनाथ भगवान की पूजा चंद्रप्रभु भगवान की पूजा के पश्चात प्रातः 9:15 बजे निर्वाण कांड का वाचन करते हुए 31 किलो का निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया। पधारे हुए सभी श्रद्धालुओं के लिए लड्डू मंदिर समिति की ओर से उपलब्ध कराये गए सभी श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव के साथ भक्ति नृत्य करते हुए श्री जी के चरणों में लड्डू समर्पित किए।
मीडिया प्रभारी राजेश अरिहंत ने बताया कि दोपहर में श्री शांति मंडल विधान का आयोजन किया गया जिस में उपस्थित इंद्र इंद्राणीयो ने भक्ति भाव के साथ पूजा करते हुए 148 अर्ध्य एवं श्रीफल भगवान को चढ़ाए विधान पुण्यार्जक कैलाश चंद वेद, पारस काला परिवार जयपुर एवं पदम कुमार अजमेरा परिवार दुनी रहे। इस अवसर पर अतिशय क्षेत्र में समाज के सामूहिक भोज का आयोजन रखा गया जिसके पुण्यार्जक समस्त आंडरा परिवार टोंक रहे। कोषाध्यक्ष मनीष बज ने बताया कि इस अवसर पर महावीर साखना, अनिल कुमार, बाबूलाल भेरू, धर्म चंद भरनी, शिखरचंद, विमल कुमार धुंआ, महावीर प्रसाद, प्रेम चंद देवड़ावास, अशोक कुमार, ज्ञान चंद बंथली, प्रकाश लुहाड़िया, ललित पाटनी, चितरंजन कोठरी, संजय कुमार दूनी, सतीश कुमार देवली, प्रवीण चंद, टोनू जैन, विशाल ठोलिया, महेंद्र संघी, रानी सोनी, रेशम देवी, अनीता वेद, निर्मला काला, प्रेम देवी सहित निवाई, कोटा, भीलवाड़ा, बूंदी, अजमेर, टोडारायसिंह, टोंक, मालपुरा, इंदौर, मुम्बई आदि स्थानों से श्रद्धालु पधारे। सायंकाल भगवान की रजत थाल में सजाकर रजत दीपकों से महाआरती की गई एवं गुरुकुल के छात्रों के द्वारा भक्ति संध्या का आयोजन हुआ। जिसके तहत संगीतमय भजन णमोकार महामंत्र का जाप एवं भक्तामर के पाठ का आयोजन किया गया।