एंकरिंग वर्कशॉप में बही आत्मविश्वास, बेहतर समझ और शब्द ज्ञान की त्रिवेणी
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा बागौर की हवेली में चल रही सात दिवसीय सूत्रधार कार्यशाला का समापन मंगलवार को हुआ। इस अवसर पर सभी युवा प्रतिभागियों ने विगत सात दिनों में विषय विशेषज्ञों से सीखी मंच संचालन की बारीकियों को ध्यान में रखकर अपने अपने अंदाज में एंकरिंग का प्रदर्शन भी किया। इससे पूर्व तमाम प्रतिभागियों ने इस निशुल्क कार्यशाला को लेकर फीडबैक भी दिए। ज्यादातर प्रतिभागी इस कार्यशाला के सफ़ल आयोजन और व्यवस्थाओं से खुश थे। वहीं कुछ प्रतिभागी ने इसकी समयावधि को लेकर टिप्पणी करते इसे कम से कम पंद्रह दिन तक जारी रखने का सुझाव दिया। कमोबेश सभी प्रतिभागी इस एंकरिंग वर्कशॉप की कार्ययोजना और विषय वस्तु से बेहद संतुष्ट नज़र आए। इस ख़ास मौके पर एम. एस. यूनिवर्सिटी में ड्रामेटिक्स डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. त्रिलोक सिंह मेहरा, कार्यशाला के सह समन्वयक दुर्गेश चान्दवानी एवं वरिष्ठ रंगकर्मी विलास जानवे ने प्रतिभागियों के प्रदर्शन की समीक्षा का लेखाजोखा प्रस्तुत किया। समापन अवसर पर केन्द्र निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने भी सभी प्रतिभागियों की एंकरिंग स्किल को देखकर संतोष व्यक्त करते उन्हें धरोहर प्रोग्राम संचालित करने का न्यौता दिया। बाद में केंद्र की ओर से सभी प्रतिभागियो को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। -रिपोर्ट/फोटो : राकेश शर्मा ‘राजदीप’