Sunday, September 22, 2024

युवा जैसा जोश-स्फूर्ति ही सफलता का राज: बाबूलाल सैनी

सफल समाजसेवी-कारोबारी मना रहे शादी की 70वीं वर्षगांठ

जयपुर। परिवार तथा व्यवसाय के बाद समाजसेवा में समर्पित रहने वाले बी. एल. ग्रुप के प्रबंध निदेशक बाबूलाल सैनी और उनकी धर्मपत्नी भवरी देवी सोमवार को अपनी शादी की 70वीं वर्षगाठ मनाएंगे। वर्षगाठ की पूर्व संध्या पर सैनी ने कहा कि इंसान को व्यवसाय में नफा-नुकसान की चिंता किए बिना हमेशा टेंशन मुक्त रहना चाहिए। जो भाग्य में है वह कहीं नहीं जाता और जो भाग्य में नहीं है, उसे कोई दे नहीं सकता, तो फिर क्यों इंसान धन रूपी दानव की ओर भागता है इंसान को हमेशा सकारात्मक विचार ही मन में लाने चाहिए। जिससे हमेशा उसे खुशी मिलती रहे। सैनी ने कृषि कार्य के साथ-साथ व्यवसाय को उच्चतम शिखर पर पहुंचाने के लिए न सिर्फ मेहनत की चरन उसे सफल बनाने के लिए ईमानदारी और भाईचारे को बढ़ावा देते हुए कार्य किया। बस इसी मेहनत और कुशल व्यवहार के दम पर आज वे स्वयं को हर क्षेत्र में अग्रणी मानते है। 17 अक्टूबर 1934 में जन्मे सैनी 16 मई 1953 में नागौर जिले के मारोठ कस्बे में वैवाहिक बंधन में बंधे। सैनी का जज्बा आज भी एक युवा नौजवान की तरह है। वहीं उनकी धर्मपत्नी भवरी देवी भी उनके प्रत्येक कार्य में कंसे से कथा मिलाकर सहयोग ही नहीं वरन् परिवार को भी अब तक तक एकता और भाईचारे के मूल मंत्र में पिरोए हुए है। उन्होंने रेजीडेंसी स्कूल से मिडिल और महाराजा हायर सैकंडरी स्कूल से मैट्रिक परीक्षा पास करने के बाद 1953 में मदनलाल के नाम से दाल मिल की स्थापना की। इसके बाद 1977 में बीकेआई में बीएल दाल मिल, 1985 में मानसरोवर में राजकमल दाल मिल, 1978 में चौड़ा रास्ता में राजकमल शोरूम, 1982 में एमआई रोड पर राजरतन शोरूम, 1990 में बीएल होटल प्रथम बरकत नगर, 1993 में होटल बीएल टोक फाटक, 2001 में बीएल गेस्ट हाउस, 2011 में सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में बीएल दाल मिल की स्थापना की। इनके अलावा वर्तमान में ग्रुप की बीएल साड़ी, बीएल सूट्स और बीएम साड़ी जैसी प्रसिद्ध फर्मे उनके पुत्र और पौत्र संचालित कर रहे हैं।

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