गाजियाबाद। जैन इन्जिनियरस संगठन (रजिस्टर्ड) का अभी हाल ही तृतीय सम्मेलन गोष्ठी एवं सेमिनार गाजियाबाद शाहबाद देहली में देहली एन सी आर की एस के मोहित बैंकट हाल में सैकड़ों इन्जिनियरिंस इन्डस्ट्रियलिस्ट विभिन्न जैन समाज के पदाधिकारियों समाज सेवकों तथा विभिन्न मंदिरों के अध्यक्ष मंत्रियों तथा बड़े बड़े तीर्थ क्षैत्रो के पदाधिकारियों की उपस्थितियों में शानदार प्रदर्शन व प्रबंध के साथ यादगार बन गया। देहली जैन समाज के प्रतिनिधि हस्तिनापुर बड़े दिंगम्बर जैन मन्दिर के जिवेन्दर जैन, रुड़की आई आई टी के सिविल ब्रांच के हेड सांसद जैन विद्वान अनेकान्त, रेल्वे बोर्ड के सदस्य व भारी संख्या में सैकड़ों सम्मिलित इन्जिनियरिंसो ने बड़े उत्साह से हमारे परम पूज्य 108आचार्य क्षुर्त सागर जी महाराज अपने संध सहित मार्ग दर्शक के रूप में उपस्थित रह कर आशीर्वाद प्रदान किया। जैन इन्जिनियरिंस संगठन ने मन्दिरों के समुचित विकास व निमार्ण करते हुए सभी व्यवस्थाओं को सम्मिलित करते हुए सन्त भवन पैथोलॉजी आंखों कान नाक हर्दय दांतों मेडिसिन मेडिकल स्टोर योगा राष्ट्रीयगान जन गण मन निमार्ण किये गये मन्दिर में सभी सुविधायुक्त व्यवस्था है। साथ ही जैन इन्जिनियरिंस संगठन द्वारा प्रतिदिन 500 व्यक्तियों को मात्र 5/रु में देशी घी से निर्मित भोजन उपलब्ध कराया जाता है वातावरण सुधार हेतु पेड़ पौधों का संरक्षण करतें हुए तुलसी का पौधा रू 21/में प्रदान किया जाता है। सबसे अलग हटकर एक और शुभ कार्य कपड़े बांटने का किया जाता है। उल्लेखनीय है कि मात्र 10रु में साफ धुला साफ प्रेस किया गये वस्त्र भी उपलब्ध करायें जाते हैं। इतना ही नहीं एक पाठशाला मन्दिर जी के सामने चलती है जिसमें इस पास के बच्चों को नैतिक सांसारिक व स्कूल की शिक्षा दी जाती है। सभी कार्य क्रमों में गरीबो को मुफ्त सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस शानदार कार्यक्रम मे आगुन्तक पदाधिकारियों अतिथियों विद्वानों शिक्षाविदों ने इन्जिनियरिंयो ने गहन विचार रखते हुए जैनत्व के लिए जैन इन्जिनियरिंस की भूमिका व उसके महत्व को रेखांकित किया। महाराज श्री ने आशिर्वाद देते हुए जल बचाओ जीवन बचाओ पर जैन परम्परा अनुसार जल संग्रह वाटर हार्वेस्टिंग पर जोर देकर प्रत्येक संस्था में इसे आवश्यक करने पर जोर दिया। वक्ताओं ने इसके साथ दीगर समाज मे शादी न करने पर जोर दिया तथा कम हो रही जनसंख्या पर ध्यान देने इसके लिए प्रत्येक मोहल्ले कालोनियों मे सेमिनार पर जोर दिया। डिजिटाइजेशन पर जोर दिया गया तथा पूरी जोर आग्रह किया गया की प्रत्येक जैन समाज के मन्दिरों धर्मशालो स्कूलों तथा सभी संस्थाओं कार्य स्थलों का डिजिटाइजेशन कराया जाना चाहिए। संगठन के अध्यक्ष इन्जी आर के जैन महासचिव इन्जी नवीन जैन ने आगुन्तको अतिथियों विद्वानों महाराज श्री को नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु करते हुए धन्यवाद दिया।