जयपुर। नेटथियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज इन्टरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कथक डांस जयपुर घराने की युवा कथक नृत्यांगना तनिष्का मुदगल ने अपने भावपूर्ण कथक नृत्य से जयपुर कथक की बारीकियों को दर्शाया। नेटथियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि कथक गुरू श्रीमती श्वेता गर्ग की शिष्य तनिष्का मुदगल ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना या कुंदेंदु तुषार हार धवला से की l इसके बाद शुद्ध कथक ताल, रूपक, थाट, आमद, मिश्र जाति की परण, सदा तोडे, चक्करदार तोडा, कवित्त लडी की प्रस्तुति से जयपुर कथक को साकार किया। अंत में तराना दिम ता ता नुम दिम ता देरे ना से कार्यक्रम को विराम दिया। तनिष्का के नृत्य में लयकारी, ताल एवं भाव की स्पष्ट झलक देखने को मिली।