30 पिच्छीधारी राष्ट्रीय सन्त आचार्य श्री का निवाई मे भी होगा शाही ठाठबाट से आगमन
निवाई । सकल दिगम्बर जैन समाज निवाई के तत्वावधान में वात्सल्य वारिधि राष्ट्रीय सन्त आचार्य वर्धमान सागर महाराज ससंध का गुरुवार को गाँव करिरीया मे मंगल प्रवेश हुआ। जैन समाज के प्रवक्ता विमल जौंला व राकेश संधी ने बताया कि राष्ट्रीय सन्त आचार्य वर्धमान सागर महाराज गाँव गंगवाडा़ से विहार कर शिशोलाव जामडोली होते हुए गुरुवार को सांयकाल करिरीया पंहुचे जहाँ राहुल बोहरा, अमित कटारिया, पवन बोहरा, विमल सोगानी, पुनीत संधी, महेन्द्र जैन, हेमंत चंवरिया, मनोज पाटनी सहित कलकत्ता बम्बई किशनगढ़ जयपुर बौंली उदयपुर से आये श्रद्धालुओं ने आचार्य संध की अगुवानी की। जौंला ने बताया कि आचार्य संध का निवाई मे 24 – 25 तक मंगल पदार्पण होने की संभावना है। इस अवसर पर आचार्य वर्धमान सागर महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि साधुओं जैसा निर्ममत्व भाव यदि कहीं कोई श्रावक अपने मे जगा लेता है सुख दुख में, मित्र शत्रु मे, अनुकूलता प्रतिकूलता में , यदि उसकी समान बुद्धि बन जाती है तो वह साधुओं मे भी महासाधु है। उन्होंने कहा कि आप इच्छाओं को सीमित कर अभावों मे भी मुस्कुराते हुए जीने का प्रयास करिये फिर आप जिस शांति के लिए लालायित है, आपको मिल जाएगी क्योंकि संसार में शुभाशुभ कर्मो का चक्र निरन्तर धूमता रहता है। विमल जौंला व पवन बोहरा ने बताया कि राष्ट्रीय संत आचार्य श्री संध सहित 24 वर्षो बाद राजस्थान में अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी मे हाल ही में हुए मस्तकाभिषेक एवं पंचकल्याणक महोत्सव के पश्चात श्री महावीर जी क्षेत्र से पद विहार करते हुए किशनगढ़ मे आयोजित पंच कल्याणक महा महोत्सव में सानिध्य प्राप्त करेंगे। जौंला ने बताया कि निवाई मे मंगल आगमन एवं पदार्पण को लेकर जोर शोर से तैयारियां की जा रही है।