इन्दौर । विश्व की सबसे बड़ी स्फटिक मणी की प्रतिमा का 6 दिवसीय अरिष्ट नेमिनाथ जिन बिंब पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव श्रुत संवेगी मुनिश्री आदित्य सागरजी महाराज ससंघ के सानिध्य एवं पं रतनलालजी शास्त्री के निर्देशन में 30 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक महावीर नगर में श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल के पीछे वाले ग्राउण्ड में सम्पन्न होगा । जिसमें विश्व की सबसे बड़ी ( 51 इंच ऊँची ) शांतिनाथ भगवान की स्फटिक मणी की प्रतिमा सहित लगभग 100 अन्य तीर्थकर प्रतिमाओं की विधि विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा होगी । महोत्सव समिति के अध्यक्ष हंसमुख गांधी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रतिष्ठा महोत्सव भव्य एवं ऐतिहासिक और नगर की गरिमा के अनुरूप होगा । इस हेतु 30 हजार फुट का एक पंडाल एवं 25 हजार फुट की एक भोजनशाला का पंडाल बनाया गया है । महोत्सव में प्रतिदिन लगभग तीन हजार समाजजन सम्मिलित होंगे एवं सात सौ इन्द्र इन्द्राणियां एक समाज – जन वेशभूषा में प्रभु की भक्ति आराधना एवं मांगलिक कियाऐं सम्पन्न करेंगे । समस्त मांगलिक कियाऐं प्रतिष्ठाचार्य पं अरविंद कुमार ( राजस्थान ) सम्पन्न करायेंगे । बीड़ीवाला परिवार के आजाद कुमार स्फटिक मणी मूर्ति प्रदाता अमितकुमार जैन एवं सी ए अशोक ममता खासगीवाला ने बताया कि प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद प्रतिमा को समोशरण मंदिर कंचनबाग में नवीन वेदी पर विराजमान किया जाएगा ।
प्रचार प्रमुख राजेश जैन दद्दु ने बताया कि महोत्सव का शुभारंभ 30 नवंबर को प्रातः 7:30 बजे घटयात्रा से होगा । घट यात्रा जुलुस कनाड़िया रोड़ नए जैन मंदिर से मुनि संघ के सानिध्य में प्रारंभ होकर महोत्सव स्थल महावीर नगर पहुंचेगा । जहां नित नियम पूजन अभिषेक शांतिधारा के पश्चात गर्भ कल्याणक पूर्वार्ध की क्रियाएं सम्पन्न होंगी । प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से मुनिश्री के प्रवचन भी होंगे । 1 दिसम्बर से 5 दिसम्बर तक प्रतिदिन प्रातः 7:30 बजे से नित नियम अभिषेक पूजन शांति धारा के बाद क्रमश : गर्भ , जन्म , तप , ज्ञान कल्याणक एवं 5 दिसम्बर को मोक्ष कल्याणक की कियाएं सम्पन्न होगी । रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे एवं राज दरबार लगेगा । समोशरण ग्रुप के सक्रिय युवा साथियों ने बताया कि 2 दिसम्बर को प्रातः 10 बजे से जन्माभिषेक जुलस महोत्सव पंडाल महावीर नगर से निकलकर गोयल पहुंचेगा जहां पाण्डुक शिला पर बालक नगर जैन मंदिर , बंगाली चौराहा नेमिकुमार का सौधर्म इन्द्र एवं अन्य इन्द्रों द्वारा 1008 कलशों से जन्माभिषेक किया जाएगा , 3 दिसंबर को दोपहर 1 बजे तिलक नगर जैन मंदिर से नेमिकुमार की भव्य बारात पूर्ण लवाजमें के साथ निकाली जाएगी जिसमें चांदी के रथ पर नेमिकुमार दूल्हे के रूप में एवं बग्घियों में कृष्ण , बलराम भगवान के माता पिता , सौधर्म इन्द्र , कुबेर महायज्ञ नायक एवं अन्य पात्र बराती के रूप में सम्मिलित होंगे । मार्गों में कुबेर द्वारा रत्नों की वृष्टि की जाएगी एवं समाज द्वारा बारात का स्वागत भी किया जाएगा । बारात में कर्नाटक का 20 सदस्यों का चिण्ड बैंड मुख्य आकर्षण रहेगा । सम्पूर्ण आयोजन पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के तत्वावधान एवं सकल दिगम्बर जैन समाज के सहयोग से सम्पन्न होंगे ।