आर्यिका सूत्र मति माताजी राघौगढ़ में, 25 को पिच्छीका परिवर्तन

26 को कल्पद्रुम समवशरण महामंडल विधान मे विशाल रथ यात्रा का आयोजन

राघौगढ़। इस सदी के महान संत आचार्य गुरुवर विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से धर्म नगरी राघौगढ़ में दिनांक 18 नवंबर से चल रहे श्री कल्पद्रुम समवशरण महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ के अवसर पर विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए ज्येष्ठ आर्यिका सूत्र मति माताजी ने कहा आचार्य श्री के आशीर्वाद एवं वात्सल्य मयी मां आर्यिका रत्न आदर्श मति माताजी की पावन अनुकंपा से धर्म नगरी राघौगढ़ में तीन आर्यिका माता जी का चातुर्मास हुआ। चातुर्मास से अपूर्व धर्म प्रभावना हुई है सभी श्रावक श्राविकाओं ने बहुत कुछ सीखा है ।आपने कहा आर्यिका रत्न आदर्श मति माताजी भी आरोंन से राघौगढ़ आने वाली थी, मगर बड़ी माता जी किसी व्यस्तता के कारण नहीं पधारी। वे राघौगढ़ पधारती तो और अधिक धर्म प्रभावना होती। विधान के आयोजन में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ के जेष्ठ पुत्र भरत चक्रवर्ती की दिग्विजय यात्रा विशेष उत्साह एवं उमंग से निकली।भरत चक्रवर्ती बने अशोक कुमार भारिल्य बग्गी में अपनी पटरानी के साथ आगे आगे चल रहे थे यात्रा के जुलूस में 5 घोड़े तीन बैंड 9 बग्गी जिनमें प्रमुख पात्र बैठे थे। दिग्विजय यात्रा कार्यक्रम स्थल संत सुधा सागर धाम से प्रारंभ हुई। नगर के प्रमुख मार्गों से होकर यात्रा वापस सुधासागर धाम आयी।

नगर वासियों ने भरत चक्रवर्ती का अपने अपने निवास पर तिलक लगाकर शाल ओढ़ाकर, वस्त्र भेंट कर, श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। आज प्रातः शांति धारा का सौभाग्य संतोष कुमार सौरभ कुमार जैन गुना को मिला। विधान जी के आयोजन में भव्य समयशरण के समक्ष जैन महिला मंडल साड़ा कॉलोनी, आरोन कुंभराज की महिलाओं ने अष्टद्रव्य चढ़ाकर पूजन की। जैन पाठशाला कुंभराज के नन्हे-मुन्ने बालकों ने जरा याद करो कुर्बानी शहीदों का नाटक मंचन किया। सत्येंद्र शर्मा कंठस्थ कला केंद्र दिल्ली के कलाकारों ने पांडवों द्वारा घोर कलयुग आने का संकेत नाटक मंचन किया। रात्रि 7:00 बजे श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर से महा आरती का जुलूस प्रारंभ हुआ। आज महा आरती करने का सौभाग्य जैन जागृति महिला मंडल राघौगढ़ को मिला। रात्रि में 100 धर्मेंद्र की सभा एवं भरत चक्रवर्ती का दरबार का सफल मंचन किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार राघौगढ़ में चातुर्मास करने वाली आर्यिका निष्काम मती जी, विरत मती जी, तथा मति जी का पिच्छीका परिवर्तन समारोह 25 नवंबर को आयोजित किया है पिच्छीका का भव्य जुलूस दोपहर 12:00 बजे श्री पारसनाथ श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर से प्रारंभ होगा जलूस संत सुधा सागर धाम आएगा यहां दोपहर 1:00 बजे पिच्छीका परिवर्तन समारोह प्रारंभ होगा। विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ के समापन पर राघौगढ़ नगर में सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा भव्य रथयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। रथ यात्रा का जुलूस प्रातः 9:00 सुधा सागर धाम से प्रारंभ होगा नगर के प्रमुख मार्गों से होकर जलूस श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर पहुंचकर समाप्त होगा। भव्य एवं विशाल रथ यात्रा के साथ नौ दिवसीय विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ का समापन होगा।