युवा वर्ग ने मुनि पुगंव को किए श्री फल भेंट , थूवोनजी पधारने का किया निवेदन
ललितपुर /अशोक नगर । कोई भी क्रिया जब जीव करता है तब क्रिया मात्र बंध का कारण नही होती है न कोई भी वस्तु धर्म रूप है या कोई भी अधर्मरूप नही है कोई भी वस्तु अच्छी नहीं है कोई भी वस्तु बुरी नहीं हैं।सबसे ज्यादा पवित्र शक्तिमान है। दीनानाथ है इतने बुरे हो सकते हैं।उनको दुश्मन से भी ज्यादा घृणा कर सकता है।जिनके दर्शन करने के लिए दुनिया तरस रही हैं।एक जीव उनसे घृणा कर रहा हैं ये उसके नजरीया का अन्तर हैं सर्वे शाक्तिमान से परमात्मा से भी लोग घृणा करने लग जाते हैं हमें अपना नजरिया बदलना होगा तो सब कुछ बदल जायेगा सारा खेल हमारे नजरिए या दृष्टि कोण का है उक्त आश्य के उद्गार जिले की सीमा पर स्थित ललितपुर में विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिपुंगव श्रीसुधासागर जी महाराज ने व्यक्त किए ।
ललितपुर से लगें थूवोनजी तीर्थ को आप की प्रतीक्षा है–विजय धुर्रा
ललितपुर से लौटकर जैन युवा वर्ग के अध्यक्ष सुलभ अखाई ने बताया कि जैन युवा वर्ग का एक प्रतिनिधि मंडल ने युवा वर्ग के संरक्षक विजय धुर्रा के नेतृत्व में मुनिश्री पुंगव श्री सुधासागरजी महाराज, मुनि श्रीपूज्य सागर जी महाराज , ऐलक श्री धैर्य सागरजी, क्षुल्लक श्री गंभीर सागर जी महाराज ससंघ को श्री फल भेंट किए । इस में अध्यक्ष सुलभ अखाई देवेन्द्र धुर्रा मुनेश विजयपुरा नीरज जैन राहुल वर्तन विट्टू जैन ओम प्रकाश जैन विक्की तारई देवेन्द्र भारिल्य सहित अन्य भक्तों ने श्री फल भेंट कर मुनि पुगंव का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान ओमप्रकाश, देवेन्द्र कुमार,विजय कुमार धुर्रा ने मुनि पुगंव के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य प्राप्त किया। वहीं मुनेश विजयपुरा, पवन जैन,सुनील धुर्रा , पीयूष जैन ,रितेश कल्ला सहित अन्य भक्तों ने महा पूजा में के अर्घ समर्पित किए ।
थूवोनजी वाले बहुत दिनों से इंतजार कर रहे हैं
इस दौरान युवा वर्ग के संरक्षण विजय धुर्रा ने कहा कि मुनि पुंगव के सान्निध्य में आसपास के सभी तीर्थ क्षेत्र का उद्धार हो रहा है हम बर्षो से प्रतिक्षा कर रहे हैं हमें भी सेवा का अवसर मिले इस दौरान दाऊ शील चन्द्र अनोरा ने कहा कि थूवोनजी के लिए पूरे क्षेत्र के लोग लोग निरन्तर आ रहें हमें विश्वास है आप लोगों की भक्ति काम आयेगी और आप सब को भी मौका मिलेगा।
डंडे के बल पर किसी से धर्म नहीं करा सकते
इस दौरान मुनिश्री के सान्निध्य में सेरोनजी तीर्थ क्षेत्र कमेटी के निर्वाचन सम्पन्न हुई ।इस अवसर पर मुनि पुगंव ने कहा कि भक्त के पास शक्ति नही फिर भी यदि वो सब कुछ बेचकर बोली ले ले तो भी ये भाव आयेगा में रोड पर आ जाओ लेकिन दान कर देवें तो दान का फल मिलेगा। धर्म में हम को जबरदस्ती नही करना चाहिए धर्म किसी से डंडे के बल पर नहीं करा सकतें । धर्म के लिए जो कार्य सुधासागर जी की दृष्टी में आ जायें कि ये अच्छा कार्य है तो मेरा भाव ये बोली होने से भाव तो कभी आता है। सच्चागुरु ये भावना भाता है भक्त के पास शक्ति नही फिर भी यदि वो सब कुछ बेचकर बोली ले ले तो भी ये भाव आयेगा में रोड पर आ जाओ लेकिन दान कर देवें।