जयपुर।जनकपुरी ज्योतिनगर जैन मन्दिर में आज जैन धर्म के तीसरे तीर्थंकर श्री 1008 भगवान सम्भव नाथ का जन्म कल्याणक भक्ति भाव व श्रद्धा के साथ मनाया गया । श्रावकों ने भगवान का अभिषेक कर विश्व शांति हेतु शांतिधारा की । शांति धारा का सोभाग्य पदम जैन बिलाला ललित गोधा को मिला ।
इसके बाद समाज ने सम्भव नाथ भगवान की पूजा कर भक्ति के साथ जन्म कल्याण का अर्घ चढ़ाया कार्तिक सित पूनम तिथि जान, तीन ज्ञान जुत जनम प्रमाण | धरि गिरि राज जजे सुरराज, तिन्हें जजौं मैं निज हित काज भगवान सम्भव नाथ का जन्म श्रावस्थि गाँव में हुआ था तथा इनका चिन्ह घोड़ा है । भगवान को चोदह वर्ष की कठिन तपश्या के बाद निर्वाण हुआ था ।