विरागोदय महामहोत्सव में पत्रकारों की भूमिका पर हुआ पत्रकार सम्मेलन
पथरिया । – गत दिवस यहां के विरागोदय तीर्थ पर भारत गौरव ,गणाचार्य श्री विराग सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में विरागोदय तीर्थ महामहोत्सव 2023 के परिपेक्ष में पत्रकारों की भूमिका के संबंध में बुंदेलखण्ड स्तरीय पत्रकार सम्मेलन का आयोजन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पूज्य आचार्य श्री विराग सागर जी महाराज ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में पत्रकारों की भूमिका व योगदान महत्वपूर्ण होता है , पत्रकार संदेश के सेतु होते हैं , पत्रकारों को भारतीय संस्कृति की रक्षा व जनकल्याण और राष्ट्रहित में तत्पर रहना चाहिए । आचार्य श्री ने कहा कि तीर्थंकर महावीर ने अपने कल्याण के साथ जनकल्याण ,परहित व प्राणी मात्र के कल्याण की बात कही है कि अपनी जिंदगी में अपने कल्याण के साथ-साथ जनकल्याण के उज्जवल भविष्य की कल्पना भी करें ।
आचार्य श्री ने विरागोदय तीर्थ में होने वाले शिक्षा, स्वास्थ्य, जीव दया, गौशाला सहित अनेक जनकल्याणकारी कार्यों की परिकल्पना को बताया, उन्होंने इस परिकल्पना को साकार करने हेतु आगामी वर्ष 2023 में 1 से 15 फरवरी तक आयोजित होने वाले महामहोत्सव की विविध विशेषताओं को बताया , वहीं समिति के पदाधिकारी रतन चंद्र सेवानिवृत्त शिक्षक ने पत्रकारों से सक्रिय योगदान की अपेक्षा की। इस अवसर पर पत्रकार सम्मेलन की मुख्य अतिथि आचरण समाचार पत्र की प्रबंध संपादक श्रीमती निधि जैन ,विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार राजेश रागी बकस्वाहा, सुधीर विद्यार्थी दमोह ने कहा कि विरागोदय तीर्थ की योजनाएं निश्चित तौर से जनकल्याण की है ,जो बुंदेलखंड ही नहीं देश के आमजन समाज के लिए वरदान साबित होगी । पत्रकारों ने इस पुनीत कार्य में अपने योगदान के प्रति संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन, संयोजक मनीष विद्यार्थी शाहगढ़ एवं आभार कवीश सिंघई पथरिया ने किया।
समिति ने पत्रकारों का किया सम्मान
आयोजक विरागोदय लोक कल्याण ट्रस्ट एवं विरागोदय तीर्थ महामहोत्सव समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश चंद्र सराफ व अन्य पदाधिकारियों ने बुंदेलखण्ड अंचल से आए पत्रकारों को साहित्य,कलम ,डायरी,स्मृति चिन्ह व वस्त्रादि भेंटकर सम्मानित किया, जिसमें प्रमुखतः श्रीमती निधि जैन, राजेश रागी, मनीष विद्यार्थी, सुधीर विद्यार्थी, अटल राजेंद्र जैन,आदेश सेठ, कवीश सिंघई, जयकुमार जलज, अजय सराफ, संजय ,सुदर्शन ,बिरल, हरवेंद्र सिंह ठाकुर, मुकेश सिंह राठौर, रामअवतार पाली आदि सामिल हैं।