Sunday, November 24, 2024

अद्भुत आगमज्ञान रखने वाले विराट महापुरूष थे चौथमलजी म.सा.: समकितमुनिजी

जैन दिवाकर चौथमलजी म.सा. का गुणानुवाद,
चातुर्मास में श्रेष्ठ सेवाएं देने वालों का सम्मान किया

भीलवाड़ा। सुनील पाटनी । जैन दिवाकर चौथमलजी म.सा. ऐसे विराट महापुरूष थे जिनकी विद्धता एवं आगमज्ञान अद्भुत था। निग्रन्थ प्रवचन के माध्यम से सारे आगमों का ज्ञान एक ही स्थान पर लेकर आने वाले चौथमलजी म.सा. ही थे। हर कोई उस ग्रन्थ का स्वाध्याय करें। उनका आशीर्वाद अप्रत्यक्ष रूप से चतुर्विद संघ पर एवं श्रीसंघ पर सदा बना रहे ऐसी मंगलकामना करते है। ये विचार आगमज्ञाता, प्रज्ञामहर्षि डॉ. समकितमुनिजी म.सा. ने शांतिभवन में रविवार को जगत वल्लभ जैन दिवाकर चौथमलजी म.सा. की 145 वी जयंति एवं श्रमण संघीय उपाध्याय प्रवर कस्तुरचंदजी म.सा. की दीक्षा जयंति के अवसर पर आयोजित गुणानुवाद समारोह में व्यक्त किए। समारोह में शांतिभवन श्रीसंघ की ओर से चातुर्मास में श्रेष्ठ सेवाएं देने वाले पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं एवं कर्मचारियों का सम्मान भी किया गया। धर्मसभा में पूज्य समकितमुनिजी ने चौथमलजी म.सा. द्वारा रचित भजन ‘‘साता किजो जी श्रीशांतिनाथ प्रभु शिव सुख दीजों जी’’ गाया तो सैकड़ो श्रावक-श्राविकाओं ने उनके साथ देते हुए चौथमलजी म.सा. के प्रति भक्तिभाव व्यक्त किए। शुरू में गायन कुशल जयवंतमुनिजी म.सा. ने गीत एवं विचारों के माध्यम से जैन दिवाकर चौथमलजी म.सा. के प्रति श्रद्धाभाव व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जीवन के लिए प्रेरणादायी ऐसे महापुरूष का आशीर्वाद हम पर सदा बरसता रहे। धर्मसभा में प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी म.सा. का भी सानिध्य मिला। समारोह में सुश्रावक प्रकाशचंद बाबेल(ब्यावर वाले), लाड़जी मेहता, शकुंतला बोहरा, निलेश कांठेड़ ने भी काव्य रचनाओं एवं विचारों के माध्यम से गुरूदेव चौथमलजी म.सा. के प्रति श्रद्धाभावों को व्यक्त किया। धर्मसभा में अतिथियोें का स्वागत श्रीसंघ के अध्यक्ष राजेन्द्र चीपड़ एवं चातुर्मास संयोजक नवरतनमल बम्ब ने किया। संचालन श्रीसंघ के मंत्री राजेन्द्र सुराना ने किया।

शांतिभवन श्रीसंघ ने किया श्रेष्ठ सेवाएं देने वालों का सम्मान

धर्मसभा में शांतिभवन श्रीसंघ की ओर से चातुर्मास को सफल बनाने में श्रेष्ठ सेवाएं देने वाले कर्मचारियों एवं चातुर्मास के लिए गठित समितियों के संयोजकों व सदस्यों आदि पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। चातुर्मास में विभिन्न आयोजनों के माध्यम से सहयोग करने पर जैन कॉन्फ्रेंस महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पा गोखरू, जैन कॉन्फ्रेंस राजस्थान महिला शाखा की महामंत्री चंदा कोठारी का भी सम्मान किया गया। श्री शांति जैन महिला मंडल की अध्यक्ष स्नेहलता चौधरी, मंत्री सरिता पोखरना सहित अन्य पदाधिकारियों एवं श्री महावीर युवक मंडल सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रमोद सिंघवी, मंत्री अनुराग नाहर सहित अन्य पदाधिकारियों का भी शांतिभवन श्रीसंघ की ओर से सम्मान किया गया। चातुर्मास में श्रेष्ठ सेवाएं देने पर सम्मानित होने वाले कर्मचारियों में डॉ. अनंत ओझा, गोपाल तिवाड़ी, दिलीप संचेती, शांतिलाल साहू, विजयसिंह आंचलिया, भीखम सिसोदिया, घीसूलाल तेली, कृष्णाबाई, ताराचंदजी, विनोद सैनी, शैतानसिंह गुर्जर, भरत मीणा शामिल थे। इसी तरह सम्मानित होने वाले पदाधिकारियों एवं सदस्यों में श्रीसंघ के अध्यक्ष राजेन्द्र चीपड़, मंत्री राजेन्द्र सुराना, चातुर्मास संयोजक नवरतनमल बम्ब, वित्त संयोजक मनोहरलाल सूरिया, चातुर्मास सह संयोजक सुरेशचन्द्र सिंघवी, प्रमोदकुमार सिंघवी, वित्त समिति के सदस्य मदनलाल चौरड़िया, निर्मलपाल डागा, संजयकुमार रांका, अनुराग नाहर, भोजन निर्माण समिति के संयोजक बाबूलाल सूरिया, मानसिंह भंडारी, सुरेशकुमार सूरिया, प्रकाशचन्द्र बाबेल,कुलदीप चंडालिया, राजकुमार बाबेल, राजेन्द्रसिंह कोठारी, नवकार मत्र जाप संचालन समिति के संयोजक गौरव तातेड़, सुनील पीपाड़ा, प्रकाशचन्द्र बाबेल, पंकज मेरतवाल, रीना सिसोदिया, मीनाक्षी डागा, मीडिया प्रभारी निलेश कांठेड़, खाद्य सामग्री क्रय समिति के संयोजक अमरसिंह डूंगरवाल, आवास पूछताछ समिति के संयोजक गोपाललाल लोढ़ा, मदनलाल सिपानी, प्रचार प्रसार समिति के मनीष बंब, वेयावच्च समिति के संयोजक पुखराज धमाणी, पीयूष खमेसरा, जितेश चपलोत, धर्मीचंद बापना, अंशुकुमार लोढ़ा,महेन्द्रसिंह छाजेड़, विमला सिसोदिया आदि शामिल थे। श्री बाल संस्कृति तीर्थ बालक मंडल एवं श्री बाल संस्कृति तीर्थ बालिका मंडल के पदाधिकारियों का भी सम्मान किया गया।

चातुर्मास समापन पर विदाई समारोह मंगलवार को

पूज्य समकितमुनिजी म.सा. के गतिमान चातुर्मास का अंतिम प्रवचन एवं विदाई समारोह लोकाशाह जयंति पर 8 नवंबर मंगलवार को सुबह 9 बजे से होगा। विदाई समारोह के अवसर पर चातुर्मास में हुए विभिन्न यादगार आयोजनों को लेकर तैयार स्मारिका ‘समकित की यात्रा-भीलवाड़ा चातुर्मास 2022’ का विमोचन भी किया जाएगा। श्रावक-श्राविकाएं जप-तप व भक्ति का नया इतिहास बनाने वाले इस चातुर्मास को लेकर मन के भाव भी 7 व 8 नवंबर की धर्मसभा में व्यक्त करेंगे। चातुर्मास समाप्ति के बाद 9 नवंबर को सुबह 8.15 बजे पूज्य समकितमुनिजी म.सा. शांतिभवन से वर्धमान कॉलोनी स्थित अंबेश भवन के लिए विहार करेंगे। मुनिश्री का 10 नवंबर को न्यू आजादनगर एवं चन्द्रशेखर आजादनगर, 11 नवंबर को श्याम विहार एवं 12 व 13 नवंबर को यश सिद्ध स्वाध्याय भवन में प्रवास रहेगा।

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