सिद्धचक्र महा मंडल विधान में हुई रिद्धि मंत्रों की आराधना
थूवोनजी कमेटी ने किया आर्यिका संघ को श्री फल भेंट
अशोक नगर। जिला मुख्यालय से तीस किलोमीटर दूर पिपरई में धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए आर्यिका श्री सोम्यमति माताजी ने कहा कि जीवन को व्यवस्थित करना चाहिए दिनचर्या व्यवस्थित होगी तो दिन भी अच्छा जायेगा और सफलता आपकों मिलती रहेंगी । हम रोज़ मर्रा के कार्यो को करते हुए भी अपने जीवन को व्यवस्थित बना सकते हैं इसलिए अतिरिक्त कुछ नहीं करना बस अपनी आदतों को थोड़ा परिवर्तित करते हुए ध्यान रखना हैं हमारे लिए अच्छा किसमें है थोड़ी सी सावधानी है आपके जिंदगी को खुशीयों से भर देंगी उक्त आश्य के उद्गार श्री सिद्धचक्र महा मंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ को संबोधित करते हुए संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की शिष्या आर्यिका श्री सोम्यमति माताजी ने व्यक्त किए ।
यादगार बन गया पिपरई चातुर्मास
इस दौरान दर्शनोदय तीर्थ थूवोनजी कमेटी के महामंत्री विपिन सिंघाई, मंत्री प्रदीप जैन रानी, प्रचार मंत्री विजय धुर्रा, संरक्षण शैलेन्द्र दददा, शुक्रवार मंडल के विकास कुमार, संजीव जैन सहित अन्य भक्तों ने माताजी को श्री फल भेंट किए । इस दौरान कमेटी के प्रचार मंत्री विजय धुर्रा ने कहा कि पिपरई जैन समाज द्वारा परम पूज्य के आशीर्वाद से भव्य श्री सिद्धचक्र महा मंडल विधान हो रहा है। ये चातुर्मास सभी को हमेशा याद रहेगा। ये समाज की बड़ी उपलब्धि है । हम सब ये निवेदन लेकर आये है कि जब भी विहार हो तो थूवोनजी की ओर हो ।
थूवोनजी में विधान में सान्निध्य मिले
कमेटी के महामंत्री विपिन सिंघाई ने कहा कि दर्शनोंदय तीर्थ थूवोनजी में श्रीसिद्धचक्र महा मंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ अशोक नगर के श्रावक श्रेष्ठी सुभाष चन्द्र मनोज कुमार भोला स्टूडियों परिवार के द्वारा किया जा रहा इसमें आपके श्री सान्निध्य का निवेदन लेकर आये है 17 से 24 नवम्बर तक होने जा रहा है ।
महा मंडल विधान के दौरान किए अर्घ समर्पित
इस दौरान बाल ब्रह्मचारी श्री संजीव भइया के श्री मुख से मंत्रोच्चार के साथ श्री सिद्धचक्र महा मंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ में श्री चौंसठ रिद्धि मंत्रों के साथ अर्घ समर्पित किए गए । आर्यिकाश्री सोम्यमति माताजी ससंघ में आर्यिका श्री चेत्यमति माताजी, आर्यिका श्री आगतमति माताजी, पारमति माताजी पिपरई में विराजमान हैं ।