Sunday, November 24, 2024

मनुष्य को अपरिग्रहवादी नहीं बनना चाहिए ,पांचों इंद्रियों के त्याग से ही सुख प्राप्त हो सकता है : आचार्य इंद्र नंदी जी

फागी । धर्म परायण नगरी फागी में आचार्य 108 श्री इद्रनंदी जी महाराज, मुनि 108 श्री क्षमानंदी जी महाराज के पावन सानिध्य में पार्श्वनाथ चैत्यालय में प्रातः अभिषेक, शांतिधारा एवं अष्टद्रव्यों से पूजा हुई, आचार्य श्री इद्रनंदी जी महाराज ने धर्म सभा में श्रद्धालुओं को संबोधित करते बताया कि मनुष्य को अपरिग्रहवादी नहीं बनाया चाहिए मनुष्य का ज्यादा दुख का कारण है चाहत, ईच्छाएं,आशा, अतः परिग्रह का परिमाण करने से सुख की प्राप्ति होती है, पांचों इंद्रियों के त्याग से ही सुख प्राप्त हो सकता है। ज्यादा सम्पन्नता भी दुख का कारण होती है,जिस प्रकार बरगद के पेड़ का बीज छोटा होता है लेकिन उसका फैलाव ज्यादा होता है उसी प्रकार दिए गए दान से धर्म का फैलाव ज्यादा होता है। कार्यक्रम में समाज के फूलचंद गिन्दोडी, कपूरचंद जैन मांदी, सोहन लाल झंडा, भागचंद बजाज, रामस्वरूप मंडावरा, कैलाश पंसारी, अग्रवाल समाज के अध्यक्ष महावीर झंडा, पं. संतोष बजाज,फागी पंचायत समिति पूर्व प्रधान महावीर जैन, सुकुमार झंडा, महेंद्र गोधा, महावीर लदाना, शिखर मोदी, राजेंद्र मोदी, कन्हैया लाल धाबडधींगा,पवन कागला, महैंद्र बावड़ी, अनिल कठमाणा, शिखर पीपलू, कमलेश धाबडधींगा,त्रिलोक पीपलू ,निखिल लावा, तथा राजाबाबू गोधा सहित काफी श्रावक श्राविकाएं मौजूद थे। आचार्य श्री ने सभी भक्तजनों को मंगलमय आशीर्वाद दिया, आज आचार्य श्री की आहार चर्या राजेंद्र कुमार मोदी जीतू मोदी के आवास पर हुई।

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